गुमला (GUMLA) के घाघरा थाना क्षेत्र के डुको पतराटोली जंगल में पेड़ से झूलता हुआ अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ है. बता दें कि पुलिस ने ग्रामीणों के सूचना पर यह शव बरामद किया. जिसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला भी भेज दिया.

हत्या या आत्महत्या..!

घटना के संबंध में स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि डुको पतराटोली जंगल के पास एक अज्ञात महिला का शव पेड़ से फंदे लगाकर झूलने की सूचना स्थानीय दतवान तोड़ने जाने वाले महिलाओं ने गांव के लोगों को दिया. जिसके बाद गांव के दर्जनों लोग घटनास्थल में जाकर देखा तो एक महिला का शव झूल रहा था. ग्रामीणों का अंदेशा है कि जिस तरह महिला का शव जंगल के पास झूल रहा है, निश्चित रूप से महिला के साथ कोई अनहोनी हुई होगी, और हत्या कर हत्यारों ने शव को उसी के साड़ी से टांग दिया होगा हालांकि महिला का शिनाख्त अभी तक नहीं हो सका है. पुलिस शव को अपने कब्जे में लेने के बाद गहनता से जांच भी शुरू कर दिया है. शव बरामदगी के बाद घाघरा पुलिस ने कई ग्रामीणों से घटनास्थल में ही पूछताछ किया, लेकिन पुलिस को अभी तक किसी भी तरह का सफलता हासिल नहीं हो सकी है. मामले में थाना प्रभारी आकाश कुमार पांडे से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की सूचना पर एक महिला का शव फंदे से झूलता हुआ बरामद किया गया है. फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही कुछ इसमें स्पष्ट कहा जा सकता है. महिला की हत्या हुई है या फिर उसने आत्महत्या किया ह. वहीं अब तक महिला की पहचान नहीं हो पाई है.

भय के साए में ग्रामीण

ग्रामीणों का कहना है, कि आए दिन लगातार इस इलाके में अपराधी घूमते रहते हैं. हत्या लूटपाट दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम देकर आसानी से अपराधी चलते बनते हैं. आज तक पुलिस के द्वारा कोई सख्त कार्रवाई नहीं होने के कारण अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है.

घाघरा में अपराधिक घटनाओं का ग्राफ बढ़ा

घाघरा थाना क्षेत्र में अपराधिक घटनाओं का ग्राफ काफी बढ़ गया है. लगातार हत्या लूटपाट जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है. जिस तरह से कुछ माह पूर्व दो आदिवासी सगे भाई-बहन की निर्मम हत्या कोटामटी में की गई,  एक पारा शिक्षक सहित दो ग्रामीण की हत्या तेनदार गांव में कर दिया गया. रक्षाबंधन के दिन कृषि वैज्ञानिक और उसके सहयोगी की घाघरा मुख्यालय में धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दिया गया. इन सब चर्चित घटनाओं के बाद अब घाघरा में भी भय का माहौल हो गया है. घाघरा मुख्यालय का बाजार में शाम 6:30 बजे तक पूरी तरह से बंद होकर सन्नाटा पसर जाता है.

रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह, गुमला