देवघर (DEOGARH): आगामी 11 जुलाई से झारखंड के देवघर में मासव्यापी राजकीय श्रावणी 2025 का आयोजन किया जाएगा. मेला के दौरान प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु का आवागमन देवघर में होता है. इस दौरान श्रद्धालुओं की हर मूलभूत सुविधाएं झारखंड सरकार द्वारा मुहैया कराई जाती है. बिहार के सुल्तानगंज से कांवर में गंगाजल भर कर जैसे ही काँवरिया झारखंड पहुँचते है. वहाँ की सीमा से लेकर उन्हें सुलभ और सुरक्षित जलार्पण करवाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता होती है. ऐसे में देवघर जिला प्रशासन अभी से ही श्रावणी मेला के सफल आयोजन को लेकर कमर कस ली है.

AI तकनीक का इसतेमाल कर विधि व्यवस्था पर रहेगी नजर 

आज देवघर उपायुक्त विशाल सागर ने अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ रूट लाइन का जायजा लिया. बाघमारा स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल से डीसी ने रुट लाइन का निरीक्षण शुरू करते हुए बिहार झारखंड की सीमा दुम्मा होते हुए काँवरिया पथ से खिजुरिया तक का जायजा लिया. इस दौरान डीसी ने संबंधित विभाग को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।बता दे निरीक्षण के बाद उपायुक्त विशाल सागर ने बताया कि इस बार श्रावणी मेला में बेहतर से बेहतर सुविधाएं श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जाएगी. डीसी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रशासन की सबसे पहली प्राथमिकता है. ऐसे में इस बार AI तकनीक का इसतेमाल कर विधि व्यवस्था और पूरे मेला क्षेत्र पर निगाह बनाई जाएगी. डीसी ने कहा कि मेला के दौरान सुलभ यातायात बहाल कराना भी प्रशासन की प्राथमिकता में से एक है. इसके अलावा स्वास्थ्य, चिकित्सा, पेयजल, आवासन, शौचालय, स्नानागार इत्यादि की भी समुचित और व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है.डीसी ने बताया कि बाबा मंदिर सहित पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी सीसीटीवी से की जाएगी.

रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा