धनबाद (DHANBAD) : बिहार चुनाव के पहले कांग्रेस उत्साहित है. वह अपनी ताकत बढ़ाने की हर कोशिश कर रही है.   यह उत्साह  बिहार में वोट अधिकार यात्रा के बाद अधिक दिख रहा है.  कांग्रेस बिहार में अपनी वर्किंग कमेटी की बड़ी बैठक करने जा रही है.  24 सितंबर को पटना में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक प्रस्तावित है.  इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित बड़े नेता शामिल होंगे.  इस बैठक को तेलंगाना  की तर्ज पर करने की बात कही जा रही है.  2023 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने वहां भी इसी तरह की बैठक की थी.  इसका लाभ पार्टी को मिला और वह सत्ता में वापसी कर सकी.  कहा जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले यह  बैठक  महागठबंधन के केंद्र में खुद को रखने की कोशिश है. 

बैठक में बिहार चुनाव सहित अन्य मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 
 
इस बैठक में वर्तमान राजनीतिक हालातो पर चर्चा हो सकती है.  वोट चोरी और मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण सहित राज्य के अन्य मुद्दों पर विशेष चर्चा हो सकती है.  हालांकि यह भी  कहा जा रहा है कि कार्य समिति की यह  बैठक बिहार में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की कोशिश है.  कांग्रेस यह  बताना चाहती है कि बिहार के लोगों के  लिए वह लड़ाई को तैयार है.  यहां  एक बात उल्लेखनीय है कि यह बैठक उस समय होने जा रही है, जब तेजस्वी यादव राज्य में 10 दिनों की अधिकार यात्रा पर है.  वैसे तो कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपने संभावित उम्मीदवारों के नाम पर मंथन शुरू कर दिया है.  आज पटना में कांग्रेस की प्रदेश इलेक्शन कमेटी की पहली बैठक होने जा रही है.  

महा गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारों की नहीं हुई है घोषणा 

उल्लेखनीय है कि महा गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारों को लेकर अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है.  सब अपनी डफली -अपना राग अलाप रहे  है. कांग्रेस   यह भी संदेश देने की कोशिश कर रही  है कि वह अंतिम समय तक इंतजार नहीं करेगी.  खैर, जो भी हो चर्चा तेज है कि कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव में ड्राइविंग सीट पर बैठने की कोशिश कर रही है.  लेकिन राजद  ऐसा होने देगा, इसमें संदेह है.  कांग्रेस को पिछली बार भर भी सीट मिलेगी  अथवा नहीं, इसपर  अभी संदेह है.  देखना दिलचस्प होगा कि आगे -आगे होता है क्या ?

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो