धनबाद (DHANBAD) : धनबाद सहित झारखंड के विभिन्न जिलों से बाइक की चोरी कर बिहार में उससे शराब ढोई जा रही है. बिहार में शराबबंदी है, लेकिन शराब चोरी-छुपे बेची जा रही है. बिहार में गाड़ियां भी पकड़ी जाती है. ऐसे में शराब माफिया के लिए चोरी की बाइक कारगर साबित होती है. चूकि इन बाइक को सस्ते दाम पर ख़रीदा जाता है, इसलिए पकड़े जाने पर शराब तस्कर यूं ही छोड़ देते है. धनबाद में चोरी की बाइक से कोयला ढुलाई का खुलासा तो एक बार नहीं बल्कि सैकड़ो बार हो चुका है.  लेकिन अब कई मामले ऐसे आए हैं, जिनसे  पता चला है कि बिहार में झारखंड और धनबाद से बाइक की चोरी कर शराब की ढुलाई की जा रही है.  

धनबाद के एक को जमुई से आया है नोटिस 

सूत्र बताते हैं कि अभी हाल ही में कुसुंडा के एक व्यक्ति को बिहार के जमुई के मद्य निषेध विभाग का नोटिस प्राप्त हुआ है. नोटिस में उनके नाम से रजिस्टर्ड बाइक को  शराब तस्करी में पकड़े जाने की सूचना दी गई है. अब वह परेशानी में पड़ गए हैं, उनका कहना है कि  बाइक चोरी के समय उन्होंने थाने में शिकायत दी थी. लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की. अब उनकी परेशानी बढ़ गई है. यह कोई पहला मामला नहीं है. ऐसे कई मामले सामने आ रहे है. धनबाद की सड़कों पर कोयला लोड  जितनी दो पहिया वाहन दौड़ते हैं, उनमें से अधिकांश चोरी की  होती है. ऐसे में लोगों को सचेत रहना होगा कि अगर उनकी बाइक या अन्य दो पहिया वाहन चोरी हो जाती है, तो यह सुनिश्चित कर ले कि संबंधित थाने में उनकी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई हो अन्यथा उन्हें परेशानी झेलनी पड़ सकती है.  

धनबाद में बाइक चोर गिरोह है सक्रिय 

धनबाद में तो बाइक चोरी गैंग सक्रिय है ही, पुलिस जब भी कार्रवाई करती है, गैंग  पकड़े जाते है.  बाइक बरामद होती है.  शातिराना  अंदाज में बाजार, अस्पताल और घर के बाहर से बाइक चोरी हो जा रही है. इसकी रोक के लिए पुलिस भी परेशान होती है, लेकिन चोरी की घटनाएं रुक नहीं रही है. दरअसल, बाइक चोर गिरोह का एक मजबूत नेटवर्क बना लिए है. बाइक चोरी कर विभिन्न जगहों पर एकत्रित करते हैं, फिर औने-पौने दाम पर उनकी बिक्री कर दी जाती है. बाइक खरीदने वाले या तो कोयलांचल में कोयला चोरी के काम में लगाते हैं या अब तो इस बात का भी खुलासा हो चुका है कि बिहार में झारखंड से चोरी गई बाइक से शराब की ढुलाई  की जा रही है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो