धनबाद (DHANBAD) : बीआईटी, सिंदरी में मारपीट करने वाले छात्रों के अभिभावको पर आर्थिक बोझ पड़ेगा. संस्थान को लगभग 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई अब छात्रों से करने की तैयारी शुरू कर दी गई है. सूत्र बताते हैं कि एक छात्र से अधिकतम 50,000 और न्यूनतम ₹10,000 की वसूली की जा सकती है. सिर्फ भुगतान कर देने से ही छात्र बरी नहीं हो जाएंगे, बल्कि हिंसक झड़प और तोड़फोड़ को लेकर पुलिस में की गई शिकायत के आधार पर चार लड़कों के खिलाफ मारपीट और तोड़फोड़ का मामला दर्ज किया गया है. 

जाहिर है सिर्फ आर्थिक दंड देकर छात्र बच नहीं  सकते है. बीआईटी, सिंदरी में हुई मारपीट और तोड़फोड़ की घटना के लिए डेढ़ दर्जन से अधिक छात्रों को जिम्मेवार माना गया है. घटना के बाद गठित जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. जांच रिपोर्ट में छात्रों के दोषी पाए जाने का जिक्र है. मारपीट की घटना 12 मई को हुई थी. जांच समिति ने कॉलेज में 10 लाख रुपए की संपत्ति के नुकसान का आकलन किया है. जांच रिपोर्ट में हिंसक झड़पऔर तोड़फोड़ के लिए चिन्हित सभी छात्रों से भरपाई करने की अनुशंसा की गई है.

सूत्रों के अनुसार जांच समिति ने दोषी छात्रों पर अधिकतम 50,000 और न्यूनतम ₹10,000 आर्थिक दंड लगाने की भी अनुशंसा की है. बता दें कि 12 मई की देर रात को थर्ड ईयर और फर्स्ट ईयर के छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. आरोप था कि थर्ड ईयर के छात्र, फर्स्ट ईयर के बच्चों के हॉस्टल में घुसकर मारपीट की थी. घटना की सूचना पर पहुंचे प्राध्यापकों के साथ भी मारपीट की गई थी .सूचना पर पहुंची पुलिस जब कड़ाई से पेश आई तो छात्रों का दल शांत हुआ. फिलहाल फर्स्ट ईयर के छात्रों के क्लास को सस्पेंड कर इसे गर्मी छुट्टी में तब्दील कर दिया गया है.

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो