TNP DESK: अभी के समय में छोटे से छोटे बच्चे ड्रग्स के शिकार हो जाते हैं, और यह सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. आए दिन हमें ऐसी खबरें सुनने को मिलती हैं. अभी के समय में छोटे बच्चे और युवाओं में ड्रग्स लेने का कुछ ज्यादा ही क्रेज बढ़ गया है. अगर आपको भी अपने बच्चों में यह तीन संकेत दिखाई दे रहा है ,तो हो जाएं सावधान क्या पता आपके बच्चे भी ड्रग्स माफिया के शिकार हो गए हैं या फिर ड्रग्स के एडिक्ट.
आपका बच्चा भी ड्रग्स माफिया या फिर ड्रग्स के शिकार हो रहे हैं,तो आप इन संकेतों से पता कर सकते हैं.
अचानक बच्चों के व्यवहार में बदलाव और चिड़चिड़ापन
अगर आपका बच्चा भी अचानक से कुछ अलग तरीके से बर्ताव करने लगा है, अधिक चिड़चिड़ा हो गया है, या फिर अकेले रहना पसंद करने लगा है , किसी से ज्यादा बात कर भी रहा है ,तो इसका मतलब उसके मन में कुछ अलग ही चल रहा है और वह किसी और ही दुनिया में खोया हुआ है. ऐसे में ये एक चिंता का विषय हो सकता है.कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उदयपुर में एक पूर्व सैनिक ने बताया कि उनके 14 साल के बेटे को ड्रग्स माफिया ने फंसाया, जिससे वह मेंटली डिस्टर्ब हो गया और सदमे में चला गया और फिर अचानक लापता हो गया.
स्कूल या कॉलेज का परफॉर्मेंस खराब होना या एब्सेंट होना
अगर आपका बच्चा अचानक से पढ़ाई में इंटरेस्ट नहीं दिखा रहा है,और धीरे-धीरे उसके अटेंडेंस कम होते जा रहे हैं ,साथ ही स्कूल से शिकायत आ रही है रिजल्ट खराब आ रहा है. तो यह भी संकेत हो सकता है कि वह नशे की लत में पड़ गया है. कुछ समय पहले खबरें भी आई थी कि ड्रग्स माफिया स्टूडेंट्स को निशाना बना रहे है. जानकारी के अनुसार गोपालगंज में ड्रग्स माफिया ने कोचिंग और स्कूल के स्टूडेंट्स को निशाना बनाकर उन्हें नशे की लत लगाई है.
घर में हमेशा पैसे मांगना और पैसे की चोरी करना
क्या आपका भी बच्चा अचानक से पैसे की मांग ज्यादा करने लगता है, या फिर घरों से पैसे चोरी कर रहे हैं. या फिर कहीं और से किसी और से पैसे मांग रहे हो, घर की कीमती सामान गायब हो रहा है. तो इसका यह मतलब भी हो सकता है कि वह ड्रग्स एडिडेक्टेड हो गया है और उसके लिए पैसे जुटाने की कोशिश कर रहा है. बीते कुछ समय पहले उदयपुर से खबर आई थी जहां ड्रग्स माफिया बच्चों को ब्लैकमेल करके उनसे घर से नकदी और जेवरात चुराने के लिए कहते थे.
ड्रग्स माफिया का नया टारगेट, स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सर्वे के अनुसार देश के अलग अलग हिस्सों में ड्रग्स माफिया ने स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
उदयपुर–कुछ समय पहले उदयपुर से खबर आई थी जहां ड्रग्स माफिया 12-17 वर्ष के बच्चों को एमडीएमए जैसी घातक ड्रग्स की लत लगाकर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं.
गोपालगंज–ड्रग्स माफिया ने गांवों में कोचिंग और स्कूल के स्टूडेंट्स को टारगेट करके उन्हें नशे की लत लगाई है.
कोटा–कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ड्रग्स माफिया के कारण कोटा में इस साल 14 छात्रों ने आत्महत्या की है.वही पुलिस ने अब तक 124 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पेरेंट्स आपने बच्चों पर दे ध्यान !
पेरेंट्स को हमेशा अपने बच्चों से बातचीत करते रहना चाहिए .बच्चों से खुलकर बात करना उनके साथ अच्छा व्यवहार रखना और किसी भी बदलाव पर ध्यान देने की जरूरत है. इसके अलावा स्कूल और कॉलेज से कांटेक्ट , जहां बच्चों के टीचर से उनके परफॉर्मेंस के बारे में और क्लासेस के बारे में लगातार जानकारी लेते रहना चाहिए. वही अगर आपका बच्चा भी अचानक से कुछ बदला बदला सा नजर आ रहा है या फिर उनके व्यवहार में अचानक बदलाव आता है तो इसे नजर अंदाज न करें और उनसे बातचीत करने की कोशिश करें साथ ही उनके प्रॉब्लम के बारे में भी जाने. अगर आपको लगता है कि बच्चों को कोई परेशानी है तो उन्हें तुरंत डॉक्टर पास ले जाकर डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी परेशानी का हल निकाले. क्योंकि एक बार अगर बच्चे ड्रग्स के शिकार हो गए तो फिर इन्हें वापस लाना काफी मुश्किल होगा.
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