टीएनपी डेस्क (TNP DESK): झारखंड के बच्चे-बच्चे से लेकर, महिला पुरुष, बूढ़े बुजुर्ग सिर्फ एक इंसान को सुनने के लिए हज़ारों की भीड़ में एकजुट हो जाते हैं. एक इंसान जो आज टाइगर के नाम से राज्य ही नहीं बल्कि दिल्ली तक मशहूर हो चुका है, वो है टाइगर जयराम महतो. जयराम महतो मौजूदा समय में डुमरी विधानसभा के विधायक और अपनी पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के सुप्रीमो हैं.
प्रारंभिक जीवन
27 सितंबर 1994 को धनबाद जिला के परास पहाड़ के समीप गांव मांटाड़ तोपचांची में टाइगर का जन्म हुआ था. जयराम महतो की शिक्षा एक साधारण स्कूल से हुई थी लेकिन अपने आस-पास हो रही सामाजिक व्यवस्था पर शुरू से ही उनकी खूब नजर रही है. आंदोलनकारी पिता का पुत्र होने के कारण भी हमेशा से ही उनके मन में राज्य और राज्य के लोगों के प्रति एक अलग जगह रही है. ऐसे में जयराम महतो ने अपने जवानी के दिनों में ऐश मौज नहीं बल्कि अपने पिता की तरह आंदोलन का ही रास्ता चुना.
छात्र आंदोलन से नेता बने जयराम
झारखण्ड में स्थान नीति और छात्र आंदोलन से उभरे जयराम महतो धीरे-धीरे सैकड़ों, हजारों, और फिर लाखों, झारखण्डियों की आवाज़ बनकर नेता के रूप में कब खड़े हो गए, ये बात शायद समझना मुश्किल है. अब राज्य में प्रतियोगी परीक्षाओं की बदहाली कोई नई बात तो है नहीं, पेपर लीक, समय पर परीक्षा न होना, और परिणाम प्रकाशन में देरी जैसे कारणों को लेकर जयराम महतो पहले छात्र नेता और फिर झारखंड की मुख्य राजनीति में उन्होंने कदम रखा. पर बाकी राजनेता और जयराम महतो में कई अंतर थे, बोली विचार के साथ-साथ पहनावे में भी जयराम शुरू से ही काफी अलग रहे हैं. आमतौर पर नेताओं की कल्पना सफ़ेद कुर्ते में ही की जाती है, पर ऐसे नेताओं के पहनावे से कोसों दूर जयराम महतो तो सिर्फ शर्ट जींस में चलने वाले किसी साधारण व्यक्ति की तरह झारखंड की जनता पर राज करने लगे थे.
चुनावी सफ़र:
साल 2023 में उन्होंने अपनी पार्टी झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति बनाई. वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में जयराम महतो ने गिरिडीह लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था पर हारने के बावजूद जयराम महतो झारखंड की राजनीति में नए हीरो बनकर सामने आए. गिरिडीह लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे जेबीकेएसएस के जयराम महतो ने 3 लाख 47 हजार 322 वोट लाकर यह साबित कर दिया था कि झारखंड की राजनीति में आने वाले समय में वे बड़ा बदलाव करने वाले हैं.
फिर आया झारखंड में विधानसभा चुनाव का समय. जब जेबीकेएसएस से जेएलकेएम यानि की झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा बनी और पार्टी के सुप्रीमो जयराम महतो ने विधानसभा चुनाव में अपने कदम रखे. उन्होंने डुमरी और बेरमो दोनों विधान सभा सीटों से परचा भरा था पर उन्हें जीत सिर्फ डुमरी सीट पर मिली. अब मौजूदा समय में जयराम महतो डुमरी के विधायक हैं और लगातार कभी जनता दरबार के ज़रिये तो कभी किसी और माध्यम से लोगों की परेशानियाँ का हल निकालते नज़र आते हैं.
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