धनबाद(DHANBAD) : झारखंड में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा मुद्दे की तलाश में थी. अब उसे मिल गया है. वह मंईयां सम्मान योजना को आधार बनाकर आंदोलन की तैयारी कर रही है. यह आंदोलन जिला से लेकर प्रदेश तक शुरू करने की तैयारी है. धनबाद के एक भाजपा नेता की माने तो मजबूती से आंदोलन की तैयारी हो रही है. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी कहा है कि भाजपा इसके खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव के पहले 56 लाख महिलाओं को झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि देने की घोषणा की थी. लेकिन सरकार बन जाने के बाद सिर्फ 38 लाख महिलाओं के खाते में योजनाओं की राशि भेजी गई है. 

बाबूलाल मरांडी लगातार पूछ रहे सवाल 
 
बाबूलाल मरांडी पूछ रहे हैं कि हेमंत जी-बाकी  महिलाओं ने क्या बिगाड़ा है आपका? आखिर 18 लाख महिलाओं को अयोग्य, तकनीकी बाध्यता या कोई अन्य कारण बताकर उनकी राशि रोक दी गई है. यह तो महिलाओं के साथ अन्याय है. उन्होंने आगे कहा है कि बहानेबाजी छोड़कर राज्य सरकार सभी महिलाओं को सम्मान योजना की राशि दे. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो महिलाओं की हक के लिए उनकी पार्टी चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी. विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार मिली है. उसके बाद से बीजेपी झारखंड में मुद्दे की तलाश कर रही है. चुनाव के पहले भाजपा ने झारखंड में जो भी मुद्दे उठाए, सभी धराशाई हो गए. फिलहाल मंईयां सम्मान योजना को भाजपा सड़क पर उतरकर भुनाना चाहती है.

जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, गड़बड़ियों का खुलासा हो रहा
 
इधर, यह भी कहा जा रहा है कि सम्मान योजना के आवेदनों की जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, तरह-तरह की गड़बड़ियों का खुलासा हो रहा है. लाभुकों के आधार कार्ड में डुप्लीकेसी मिल रही है. एक ही बैंक अकाउंट से कई आवेदन किए गए है. आधार कार्ड में डुप्लीकेसी का मतलब हुआ आधार नंबर किसी अन्य जनकल्याणकारी योजना में भी है. जांच में यह सब मिलने के बाद खातों को होल्ड पर कर दिया गया है. गलत तरीके से राशन कार्ड में नाम दिखाकर योजना का आवेदन करने की वजह से भी आवेदन होल्ड पर है. कई लाभुक तो ऐसी भी हैं, जो केंद्र और राज्य सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले रही है. अधिक राशि की लालच में आवेदन कर अब फंस गई है. कुछ तो लाभुक ऐसी भी हैं कि जिनके घर वाले सरकारी नौकरी में भी है. 

मुख्यमंत्री ने 6 जनवरी को 56 लाख को जारी की थी राशि 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 6 जनवरी को नामकुम में आयोजित कार्यक्रम में 56 लाख से भी अधिक महिलाओं के खाते में राशि की किश्त जारी की थी. इसके बाद लगातार गड़बड़ियां सामने आने लगी, तो राशि ट्रांसफर का काम रोक दिया गया. बोकारो डीसी ने जब जांच शुरू कराई, तो  झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में एक बहुत बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ था. साथ ही बोकारो के इस फर्जीवाड़े के तार बंगाल से जुड़ गए थे. एक ही बैंक खाता का नंबर दर्ज कर अलग-अलग नाम से अलग-अलग प्रखंडों से कुल  95 बार आवेदन किए गए थे. बात इतनी ही नहीं थी, सत्यापन के क्रम में बोकारो जिले में कुल 11,2 00 डुप्लीकेट आवेदन प्राप्त हुए थे.
 
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो