धनबाद(DHANBAD): बोकारो के नावाडीह  थाना क्षेत्र में चेरकी पहरी में बुधवार की रात अपराधियों ने बूढ़े पिता के सामने युवक को गोलियों से भून दिया और फरार हो गए थे. बुजुर्ग पिता चुपचाप देखते रह गए थे.  इस घटना के बाद रात लगभग 1:00 बजे डुमरी विधायक जयराम महतो घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन पुलिस नहीं पहुंची थी. विधायक ने बोकारो एसपी और बेरमो डीएसपी को कई बार फोन किया.  पर किसी ने फोन नहीं रिसीव किया.  इस कारण विधायक गुस्से में थे.  विधायक का आरोप है कि नावाडीह थाने के प्रभारी खुद डरे हुए थे.  इस घटना के खिलाफ आज नावाडीह थाना पर  प्रदर्शन किया गया, तोड़फोड़ की गई.  प्रदर्शनकारी थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग कर रहे थे. 
 
बोकारो के एसपी मनोज स्वर्गियारी ने क्या कहा 
 
बोकारो के एसपी मनोज स्वर्गियारी ने कहा है कि इलाका माओवादी गतिविधियों की वजह से संवेदनशील है.  इसलिए एसओपी  की वजह से पुलिस पूरी तैयारी के साथ थोड़ी देर से पहुंची. बोकारो के नावाडीह में बुधवार की आधी रात को जिस युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, उसकी पहचान हो गई है.  मृत व्यक्ति की पहचान हजारीबाग के विष्णुगढ़ के रहने वाले हेमलाल पंडित के रूप में की गई है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. सूत्र बताते हैं कि मृतक के पिता तुलसी पंडित और मृतक सोखा गिरी और झाड़-फूंक का काम करते थे. पिता पुत्र दोनों नावाडीह में किसी व्यक्ति के घर सोखागिरी करने अपनी कार  से गए थे. वहां से लौट रहे थे कि घटना कर दी गई. बताया जाता है कि  एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने कार को ओवरटेक कर रोका. फिर उन दोनों से कहीं जाने का रास्ता पूछा. 

रास्ता पूछा और मार दी गोली ,घटना स्थल पर हो गई थी मौत 

रास्ता बताने के लिए जैसे ही मृतक कार का शीशा  नीचे किया, वैसे ही एक युवक ने हेमलाल पंडित की कनपटी पर सटाकर गोली मार दी. घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद डुमरी विधायक जयराम महतो रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे.  उन्होंने बोकारो एसपी और बेरमो एसडीपीओ को फोन किया. लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया. स्थानीय थाने को भी सूचना दी. सूचना दिए जाने के काफी देर बाद स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव  को लेकर थाना गई. एसपी और एसडीपीओ के फोन नहीं उठाने पर विधायक जयराम महतो काफी नाराज दिखे.  उन्होंने कहा कि घटना की सूचना पर इलाके का विधायक पहुंच गया, लेकिन लोकल थाना की पुलिस नहीं पहुंची.  एसपी  और एसडीपीओ तो फोन ही नहीं उठाया.  हत्याकांड के पीछे क्या वजह हो सकती है, पुलिस इसकी जांच कर रही है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो