पाकुड़(PAKUR): जिले के अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के पकलो गांव में रिश्तों की पवित्र डोर को अंधविश्वास की क्रूरता ने तार-तार कर दिया.  45 वर्षीय सुरजु मुर्मू को उनके ही भतीजे ने मौत की नींद सुला दिया.  — सिर्फ इस शक में कि उन्होंने जादू-टोना किया.

वारदात उस वक्त हुई जब गांव के लोग पास ही चल रहे फुटबॉल मैच में व्यस्त थे.  यह सुनसान मौका आरोपी दुरबीन सोरेन के लिए जैसे एक अवसर बन गया.  वह घर में घुसा और अपनी चाची का गला घोंट दिया.  कुछ ही पलों में एक निर्दोष महिला की सांसें थम गईं.

पिछले कुछ महीनों से मन बदले की आग में जल रहा था.  बेटे प्रमोद की अचानक मौत ने उसे तोड़ दिया था.  लेकिन इस दुख में उसने सच्चाई नहीं, बल्कि अंधविश्वास को पकड़ लिया.  गांव में पंचायत भी हुई, पर अंधविश्वास  का शक न मिटा — और अब एक परिवार उजड़ गया.

घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगड़ा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे.  शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और आरोपी की तलाश जारी है.

यह सिर्फ एक हत्या नहीं, समाज को झकझोरने वाली कहानी है — जहां अज्ञानता ने रिश्तों को लील लिया.  जरूरत है कि हम ऐसे अंधविश्वास के खिलाफ एकजुट हों, ताकि फिर कोई सुरजु मुर्मू अपनी जान न गंवाए.

रिपोर्ट: नन्द किशोर मण्डल