धनबाद(DHANBAD):  झरिया विधायक रागिनी सिंह के बाद निरसा विधायक अरूप  चटर्जी ने कोयला चोरी पर बड़ा हमला बोला है.  रागिनी सिंह ने पिछले महीने सुदामडीह  के एक अवैध खनन स्थल पर देर रात को रेड की थी.  वहां अवैध कोयला  खनन को देखकर वह आग बबूला हो गई थी. बोरियों  में भरकर कोयला पड़ा था.  यह  कोयला, कोयला तस्करों ने निकलवाया था.  रागिनी सिंह ने बीसीसीएल अधिकारियों, सीआईएसएफ और पुलिस को फोन किया, तो डेढ़ घंटे के बाद अधिकारी पहुंचे थे.  इसको लेकर धनबाद में काफी चर्चा हुई थी.  इधर, निरसा  विधायक ने कहा है कि उनके घर के पास स्थित राजा कोलियरी  से अवैध खनन हो रहा है.  कोयले की तस्करी की जा रही है.  

विधायक की शिकायत पर भी नहीं हो रहा एक्शन 

वह लगातार पुलिस और ईसीएल  प्रबंधन को सूचना दे रहे हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है.  अब वह आंदोलन करेंगे.  विधायक का कहना है कि कोयले के अवैध कारोबार पर वर्चस्व को लेकर मारपीट की घटनाएं होती हैं और यह गंभीर मामला है.  कानून -व्यवस्था की स्थिति भी पैदा हो जाती है.  उनके आवास के रास्ते से निराश ओसीपी  से लगातार अवैध कोयले का परिचालन हो रहा है.  घटना की जानकारी उन्होंने खुद पुलिस ,ईसीएल   महाप्रबंधक को दी , बावजूद धंधा जारी है.  राजा कोलियरी  ओसीपी से  पिकअप वैन  में अवैध कोयला लोड करने के दौरान एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर कोयला चोरी नहीं रुकवा रहा है.  दरअसल, कोयलांचल का कोई ऐसा कोना नहीं है, जहां कोयले  का अवैध उत्खनन नहीं हो रहा है. 

कोयला चोरी को लेकर छिड़ी रहती वर्चस्व की जंग 
 
इस वजह से वर्चस्व की  जंग भी छिड़ी हुई है.  अवैध कोयला लोड गाड़ियां सड़क पर बे तरतीब  ढंग से दौड़ती है.  नतीजा होता है कि राजगीर  चोटिल  हो जाते है.   बीसीसीएल में जिन कोयला खदानों को खतरनाक बताकर  बंद कर दिया है, कोयला तस्कर उन खदानों से बड़े पैमाने पर अवैध खुदाई कर कोयला निकाल  रहे है.  खदानों से निकाले  गए कोयले को बाहर की मंडियों  में भेजा जाता है.  अभी हाल ही में बरोरा  इलाके में इस बात का खुलासा हुआ था कि बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग परियोजना के समानांतर कोयला चोर और तस्कर खुद की परियोजना चला  रहे है.  कोयला निकाल  रहे हैं, कोयला निकालने में भारी वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है.  यह  अलग बात है कि किरकिरी के बाद पुलिस और सीआईएसएफ ने उस खदान को बंद करा  दिया.  

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो