बेंगलुरु (Bengaluru):-कभी-कभी कुछ चिजे रहस्य के चादर ओढ़ लेती है. इसका खुलासा या कहे सच तो दशकों और सदियों तक नहीं हो पाता, बल्कि राज की तरह सीने में दफन हो जाता है. कुछ हलचले, सुराग और निशानियां ही हकीकत खोलती है. क्योंकि सच तो उस सूरज की तरह है, जो अंधेरा छंटकर एक न एक दिन तो अपनी किरणों से रौशानी फैलाता ही है.
इंसानी खोपड़ी जैसी खोपड़ियां मिली
ऐसा ही एक वाक्या देखने को मिला, जो रहस्य का चादर ओढ़े हुए हैं. अभी सच्चाई का आना बाकी है, दरअसल,16 जून को दक्षिण पूर्वी बेंगलुरु के एमएन क्रेडेंस फ्लोरा अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स के सीवेज की सफाई चल रही थी. इस दौरान मजदूरों को कुछ चीजें ऐसी मिलीं, जिन्हें देखकर वो हैरान तो हुए ही, इसके साथ ही उनकी रूह तक कांप गई. किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि भला ऐसे भी हो सकता है. दरअसल,सीवेज की सफाई के दौरान अचानक उन्हें इंसानी खोपड़ी जैसी खोपड़ियां और हड्डियां मिलीं. खबरों के मुताबिक, मजदूरों ने तुरंत रेजिडेंट्स एसोसिएशन को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने पुलिस को बुलाया.
सबसे चौकाने वाली बात ये है कि अपार्टमेंट के पार्किंग के पास वाले सीवेज में तो इंसानी हड्डियों जैसी हड्डियां मिलीं. हालांकि, अभी तक यह साफ-साफ मालूम या पुष्टि नहीं हुई है कि ये हड्डियां इंसान की हैं यह जानवर की. पुलिस ने बताया कि जो भी अभी तक हड्डियों को बरामद किया गया है. उन्हें फॉरेंसिक लैब भेजा गया है और जांच रिपोर्ट का इंतजार है.
फॉरेंसिंग रिपोर्ट के बाद होगा खुलासा
पुलिस जब मामले की जांच के लिए यहां पहुंची तो अपार्टमेंट के कुछ लोगों ने बताया कि पहले ये जगह श्मशान घाट हुआ करती थी, जहां लाशों को जलाया जाता था. लिहाजा, ये वहां की हड्डियां हो सकती हैं. हालांकि, पुलिस का कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी और इस पर अभी कुछ भी नहीं बताया जा सकता. जैसे बताया जा रहा है कि, स्थानीय निकाय द्वारा कई बार नोटिस दिए जाने के बाद ही एसोसिएशन ने सीवेज की सफाई करवाई.
जांच का विषय यहा ये भी हो सकता है कि अपार्टमेंट में सीवेज से जुड़े करीब 16 गड्ढे हैं. लेकिन हड्डियां सिर्फ एक ही गड्ढे से मिली हैं. अपार्टमेंट में करीब 45 फ्लैट बताए जाते है. जहां कई लोग यहां दस साल से रह रहे हैं. खबरों के मुताबिक, इस अजीबोगरीब घटना से शहरवासियों में डर का माहौल है. दूसरा पहलू ये भी है कि हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर जो हड्डिया मिली है. क्या वह इंसानी है . अगर किसी व्यक्ति कि है तो फिर किसकी हो सकती है. खैर अभी कुछ साफ नहीं हुआ है. आगे फॉरेसिंक रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ साफ हो पायेगा. वैसे भारतीय दंड संहिता की धारा 194(3)(iv) के तहत पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
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