पाकुड़(PAKUR):पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड अंतर्गत छोलापाथर गांव में 24 मई की रात जो हुआ, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया.एक 51 वर्षीय अकेली महिला, जिसका जीवन अब तक संघर्षों से भरा रहा, उस रात तीन हैवानों की हवस का शिकार बन गई.

51 वर्षीय महिला से सामूहिक दुष्कर्म

वह रात भी आम रातों जैसी थी. थकी-मांदी महिला अपने छोटे से घर में नींद में थी,लेकिन रात के सन्नाटे को चीरते हुए तीन दरिंदे उसके घर में घुस आए, उन्होंने उसका मुंह गमछे से कसकर बांध दिया, डराया, धमकाया और फिर उसे जंगल की ओर घसीट ले गए. वहां पेड़ों की आड़ में, धरती की गोद में, आसमान की गवाही में उस महिला की चीखें गूंजीं, लेकिन न कोई सुन पाया, न कोई बचा पाया.

मामले की जांच में जुटी पुलिस

पीड़िता ने हिम्मत दिखाई.टूटी नहीं. उसने साहस जुटाकर थाने में शिकायत दर्ज कराई.उसकी पहचान पर गांव का ही 32 वर्षीय सुनील हांसदा गिरफ्तार किया गया.पूछताछ में उसने अपने पाप को स्वीकार किया.बाकी दो आरोपी अब भी फरार है,उनके चेहरे कपड़े से ढके थे, लेकिन इंसानियत से नहीं.थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगरा ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.पीड़िता को हरसंभव सहायता दी जा रही है.

रिपोर्ट-नंदकिशोर मंडल