रांची(RANCHI): हालात कैसे भी हो पढ़ाई वह ताकत है जो पूरी तकदीर को एक झटके में पलट कर रख देती है. यह सिर्फ कहने और सुनने की बार नहीं है. दो ऐसी बेटी ने नाम रौशन किया है जिसके बाद हर तरफ तारीफ हो रही है. एक के पिता फुट पात पर कपड़े की दुकान लगाते है तो दूसरे के पिता ऑटो ड्राइवर है.इसके बावजूद तहरीम मैट्रिक की परीक्षा में स्टेट टॉप कर गई. वहीं आदिबा एनम महाराष्ट्र की पहली मुस्लिम आईएएस अधिकारी बनी है. दोनों बेटियों के हौसला को बढ़ाने और बधाई देने राज्यसभा सांसद इमराम प्रतापगढ़ी पहुंचे.

दरअसल रांची के डेली मार्केट की रहने वाली तरहरीम फातमा ने मैट्रिक की परीक्षा में रांची जिला में पहले पायदान पर है. जबकि स्टेट में टॉप 5 में शामिल है.तहरीम बहुत बड़े घर से नहीं है. बल्कि एक मिडिल क्लास परिवार से है. पिता ठेले पर कपड़ा बेचते है और बेटी को पढ़ा रहे है. तहरिम के पिता का सपना है कि बेटी आज राज्य में नाम रौशन कर रही है कल को देश का मान बढ़ाएगी. तहरीम का सपना इंजीनियर बनना है.

इसके अलावा दूसरी बेटी महाराष्ट्र की आदिबा एमन है. यह महाराष्ट्र की पहली मुस्लिम आईएएस अधिकारी बनी है. 2024 में परीक्षा के बाद जब रिजल्ट आया तो सभी लोग चौक गए. आदिबा के घर के हालत भी ज्यादा ठीक नहीं है. पिता भाड़े की ऑटो चलाते है. और बेटी को एक नई उड़ान देने का काम कर रहे है.

दोनों बेटी की कामयाबी की खबर देश के कोने कोने तक पहुँची है. महाराष्ट्र की आदिबा और रांची की तहरीम से मुलाकात करने खुद राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी पहुंचे. पहले महाराष्ट्र के आदिबा के घर पहुंचे और फिर रांची के तहरींम के पास गए. दोनों का हौसला बढ़ाया है. इस दौरान इमराम ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा कि कह दो मुस्लिम सिर्फ पंचर नहीं बनाते है. कोई आईएएस तो कोई स्टेट टॉप भी करता है और देश राज्य का नाम रौशन करता है.