धनबाद (DHANBAD) : विधानसभा की विशेष समिति शुक्रवार को कोयलांचल की "दुर्दशा" का निरीक्षण करने पहुंची. टीम बीसीसीएल के कई एरिया का निरीक्षण किया. हालात देख विधायक भी अचंभित हुए. बीसीसीएल में कोयला खनन से जुड़ी आउटसोर्सिंग कंपनी एटी  देवप्रभा पर राजस्व भूमि अतिक्रमण एवं रैयती जमीन पर ओबी डंप  मामले में विधानसभा की विशेष समिति एवं अधिकारियों की टीम स्पॉट वेरिफिकेशन करने पहुंची.  यह टीम 21 सितंबर तक धनबाद में रहेगी.  और अपनी आंखों से देखेगी कि ओबी डंपिंग कैसे की जा रही है. यह सब नियम के अनुसार हो रहा है कि नहीं, समिति यह भी जाँच करेगी. यह अलग बात है कि शुक्रवार को बारिश ने टीम के सदस्यों को काफी परेशान किया.  तय कार्यक्रम के अनुसार यह समिति गुरुवार को धनबाद पहुंची. 

गुरुवार को ही धनबाद पहुंच गई थी समिति 
 
पहले बीसीसीएल, डीजीएमएस   एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समिति ने बैठक की.  उसके बाद बीसीसीएल के एरिया 10 एवं अगल-बगल के इलाकों के निरीक्षण के लिए शुक्रवार को गई है.  ग्रामीणों से भी बातचीत की. उनकी शिकायतें भी सुनी. कहा जा रहा है कि कोयला कंपनियों के पास जमीन एवं अन्य दस्तावेज अपडेट नहीं है.  हो सकता है की टीम अपने सामने ओबी डंप की मापी भी कराये. स्थल निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ बैठक विधायक करेंगे. कोयलांचल के इतिहास में यह पहला मौका है जब विधानसभा की विशेष समिति बनाई गई है और यह समिति स्थल जांच की है. निरसा विधायक अरूप चटर्जी एवं सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो की शिकायत पर विशेष समिति का गठन किया गया है. 

विधायकों की शिकायत पर बनी है समिति 

शिकायत में कहा गया था कि बीसीसीएल क्षेत्र संख्या 10 के सुरंगा एवं झरिया के भौरा  में रैयती  जमीन पर जबरन ओबी डंप  किया जा रहा है. समिति यह भी जानेगी कि धनबाद जिले में बीसीसीएल, सीसीएल, सेल, ईसीएल  एवं अन्य केंद्रीय कंपनियों द्वारा कितनी जमीन का अधिग्रहण कर कोयले का उत्खनन किया जा रहा है. ,  समिति धनबाद जिले के बलियापुर प्रखंड के आसनबनी गांव में 11 जुलाई  को सेल कंपनी एवं उनके लोगों के द्वारा भूमि अधिग्रहण करने के क्रम में बलियापुर के थाना प्रभारी एवं बलियापुर के तत्कालीन अंचल अधिकारी की उपस्थिति में अनुसूचित जनजाति के लोगों को बेरहमी से पीटा गया. उस संबंध में दोषी लोगों पर जो कार्रवाई की गई है, उसका भी प्रतिवेदन माँगा गया  है. साथ ही यह भी  कहा गया है कि विभिन्न आउटसोर्सिंग कंपनियों को कोयला के उत्खनन एवं ओबी डंप का कार्य करने का कब तक लीज प्राप्त है, उसे भी बताया  जाए. धनबाद में वन विभाग की  कितनी  जमीन है, उसका भी अभिलेख मांगा गया है. 

विधानसभा की समिति कई अन्य विन्दुओं पर भी मांगी है जानकारी 

धनबाद जिले में प्रदूषण विभाग द्वारा कोयला उत्खनन एवं ओबी डंप  करने में, जो प्रदूषण होता है, उसकी रोकथाम करने में विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई का भी प्रतिवेदन समिति की ओर से मांगा गया है. यह समिति 18 सितंबर से लेकर 21 सितंबर तक धनबाद में रहेगी. समिति के संयोजक विधायक मथुरा महतो होंगे, जबकि सदस्य के रूप में अरूप चटर्जी,राज सिन्हा, उमाकांत रजक, चंद्र देव महतो, संदीप गुड़िया, धनंजय सोरेन शामिल रहेंगे. विधायक राज सिन्हा ने शुक्रवार को बताया कि वारिश से परेशानी हुई. निरीक्षण  के बाद अधिकारियो से बात होगी. शुक्रवार को निरिक्षण को गए विशेष समिति के सदस्यों में संयोजन मथुरा महतो ,राज सिन्हा ,उमा कांत रजक, अरूप चटर्जी, बबलू महतो,सुदीप गुड़िया शामिल थे. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो