धनबाद (DHANBAD) : कोयलांचल में चर्चा तेज है कि सांसद ढुल्लू महतो झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनेंगे, इस चर्चा के पक्ष में उनके समर्थक कई तरह के तर्क दे रहे है. ढुल्लू महतो के संपर्कों की उनके समर्थक चर्चा कर रहे है. ढुल्लू महतो हाल के दिनों में दो से तीन बार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिल चुके है. हालांकि मिलने का कारण कुछ और बताया जाता रहा है. सांसद ढुल्लू महतो के जन्मदिन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर उन्हें शुभकामनाएं दी. इसका पोस्ट भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. वैसे कहा जाता है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व सभी सांसदों के जन्मदिन पर शुभकामना देता है. लेकिन अमित शाह के शुभकामना संदेश को उनके समर्थक वायरल कर इसे प्रदेश अध्यक्ष की रेस से जोड़कर बता रहे है. यह भी तर्क दिया जा रहा है कि झारखंड में बाबूलाल मरांडी की पार्टी रही झारखंड विकास मोर्चा से जुड़े लोगों को "उड़ान " मिल रही है. इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री संजय सेठ, हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल के नाम प्रमुख रूप से गिनाये जा रहे है.
सांसद ढुल्लू महतो भी झाविमो से निकल भाजपा में आये
कहा जा रहा है कि सांसद ढुल्लू महतो भी झारखंड विकास मोर्चा के ही प्रोडक्ट है. ऐसे में निश्चित रूप से उन्हें बाबूलाल मरांडी का भी समर्थन मिलेगा. पहले भी उन्हें मिलता रहा है. 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी को पछाड़कर ढुल्लू महतो ने धनबाद से टिकट ले लिया, कई लोग लाइन में ही लगे रहे. ढुल्लू महतो पर लोगों ने भरोसा किया और वह धनबाद के सांसद बन गए. अभी हाल ही में एयरपोर्ट विवाद को लेकर बोकारो में जब झामुमो ने सांसद ढुल्लू महतो का पुतला फूंका, तो संसद के समर्थक इससे काफी नाराज हुए. सांसद समर्थकों ने पुतला दहन के खिलाफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ही पुतला दहन कर दिया और कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा भाजपा सांसद के खिलाफ अनर्गल आरोप लगा रहा है. बोकारो भी धनबाद संसदीय क्षेत्र में आता है. ऐसे में सांसद ढुल्लू महतो धनबाद के साथ-साथ बोकारो के विकास के लिए भी प्रयत्नशील है.
चूं -चूं का मुरब्बा बनी हुई है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी
खैर, जो भी हो, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी अभी भी चूं-चूं का मुरब्बा बनी हुई है. समर्थकों का दावा है कि प्रदेश अध्यक्ष तो कोई ओबीसी समाज से ही बनेगा. ऐसे में सांसद ढुल्लू महतो की दावेदारी मजबूत है. यह अलग बात है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की रेस में कई लोग शामिल है. फिलहाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद दो पद पर नहीं रह सकेंगे. इसलिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ सकता है. ऐसे भी झारखंड में भाजपा अभी अपने बुरे दिनों से गुजर रही है. देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी किसके कपाल में लिखी हुई है. ढुल्लू महतो 1999 में समरेश सिंह (अब दिवंगत )के संपर्क में आये. समरेश सिंह उनकी आक्रामकता से बेहद प्रभावित हुए. उन्होंने ही ढुल्लू महतो को टाइगर की उपाधि दी थी. इसके बाद ढुल्लू महतो ने टाइगर फोर्स नामक संस्था का गठन किया.
2009 में बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी से दिया था टिकट
2009 में बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी से बाघमारा विधानसभा का उन्हें टिकट दिया. 56,000 से भी अधिक वोटो से उन्होंने चुनाव जीत लिया. जलेश्वर महतो को उन्होंने पराजित किया. फिर 2014 में बीजेपी में आ गए. बीजेपी ने ढुल्लू महतो को बाघमारा विधानसभा से टिकट देकर उम्मीदवार बनाया. इस बार भी ढुल्लू महतो 86 हजार से भी अधिक मतों से चुनाव जीत लिए. 2019 में भी भाजपा के टिकट पर वह बाघमारा से चुनाव जीते, लेकिन जीत का अंतर बहुत कम था. केवल 824 मतों से उनकी जीत हुई. फिर बाघमारा के विधायक रहते हुए 2024 में धनबाद लोकसभा से भाजपा ने उन्हें टिकट दिया और वह धनबाद के सांसद चुन लिए गए है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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