धनबाद (DHANBAD ) : जिला भाजपा महानगर की ओर से 25 नवंबर को धनबाद के सभी पेट्रोल पंपों पर झारखंड में वैट कम करने की मांग को आवाज देने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाने पहुंचे लोगों से भाजपा कार्यकर्ता पूछ रहे थे कि केंद्र सरकार ने तो एक्साइज ड्यूटी कम कर दिया है, अब झारखंड सरकार को वैट कम करना चाहिए या नहीं. पेट्रोल -डीजल लेने पहुंचे लोग इस पक्ष में रहे कि झारखंड में वैट कम होना चाहिए. वहीं इस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. हस्ताक्षर अभियान को ड्रामेबाजी करार दिया और कहा कि आन्दोलन तो केंद्र सरकार के खिलाफ भी होना चाहिए.
झारखंड की गूंगी बहरी सरकार को जगाना है
इस बाबत विधायक राज सिन्हा ने कहा कि जनता की मांग पर केंद्र सरकार ने डीजल और पेट्रोल की कीमत में कटौती कर दी है, लेकिन झारखंड की सरकार इस पर कुछ नहीं कर रही है. केंद्र से कीमत में कटौती होने के बाद एनडीए शासित प्रदेशों में भी वैट में कमी की गई है. लेकिन झारखंड की गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए भाजपा को सड़क पर उतरना पड़ रहा है और हस्ताक्षर अभियान चलाकर हम जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने में लगे हुए है. भाजपा यह मांग करती है कि झारखंड की जनता को अब और अधिक परेशान नहीं किया जाए और वैट में तुरंत कटौती हो. उन्होंने कहा कि मुफ्त कफन बांटने के सिवा हेमंत सरकार कुछ सोच भी नहीं कर सकती है.
जनता लगातार वैट कम करने की मांग कर रही
धनबाद जिला महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जनता की मांग पर नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर ₹10 और ₹5 एक्साइज ड्यूटी कम कर दिया है और एनडीए शासित प्रदेशों में भी अपने अपने वैट में कमी की है. लेकिन झारखंड में चल रही हेमंत सोरेन की सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए हैं. जबकि जनता लगातार वैट कम करने की मांग कर रही है.
भाजपा ड्रामेबाजी बंद करे
वहीं दूसरी ओर भाजपा के इस आंदोलन पर झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष व वरीय कांग्रेस नेता अशोक कुमार सिंह ने कहा है कि भाजपा यह नाटक बंद करे. भाजपा सरकार में ही झारखंड में वैट18% से बढ़ाकर 22% किया गया था. उस समय भाजपा वाले कहां थे. अशोक सिंह ने कहा कि सबसे बड़ी परेशानी है कि संगठन और सरकार का मिजाज एक नहीं रहने के कारण परेशानियां बढ़ रही है. रघुवर सरकार में जब वैट की बढ़ोतरी हुई तो भी पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने भाजपा के सभी विधायकों से भेंट कर उन्हें अपनी परेशानी बताई. सब ने मांगों को जायज कहा. लेकिन रघुवर दस ने अपने विधायकों की बात भी नहीं सुनी. अभी की बात अगर की जाए तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुप्रियो भट्टाचार्य भी सहमत हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी चाहते हैं कि वैट कम हो, झारखंड में कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह भी वैट कम करने के समर्थक हैं, फिर भी कम नहीं हो रहा है. अशोक सिंह ने कहा कि भाजपा को यह ड्रामेबाजी बंद कर देनी चाहिए. उन्हें आंदोलन करना ही है तो राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार के खिलाफ भी आंदोलन करें, क्योकि केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ाया 30 से ₹32 और कटौती की है केवल 5 और ₹10, यह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है.
रिपोर्ट:रंजना कुमारी (रांची ब्यूरो )
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