रांची(RANCHI): पूर्व मंत्री सह सारठ विधायक रणधीर सिंह ने भाजाप प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता कर हेमन्त सरकार के दो वर्षों के कार्यकाल को फेल बताया. उन्होंने कहा कि सरकार किसान विरोधी है. उन्होंने कॉंग्रेस और झामुमो पर निशाना साधते हुए कहा कि रघुवर सरकार में किसानों के लिए कई योजनाएं चल रही थी. मगर जब हेमन्त सरकार आई तो सभी योजनाओं को बंद कर अलग नाम से उन्ही योजनाओं को अब शुरु किया है. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा कई कॉलेज खोले गए थे, मगर इस सरकार ने उस कॉलेज को एक भी रुपया अनुदान नही दिया. जबकि सरकार ने उस मद मे 52 करोड़ का बजट रखा है.
तालाब जीणोद्धार में नही हुआ एक भी खर्च
तालाब जीणोद्धार का बजट सरकार ने 210 करोड़ रखा है. मगर खर्च जीरो, क्योंकि योजना स्वीकृति करने के लिए सरकार को कमीशन चाहिए. यही वजह है कि आज तक एक भी राज्य में तालाब का जीणोद्धार नही हो सका है. जिससे किसानों की भूमि सिचाई से वंचित हो रही है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किया बंद
हेमंत सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को बंद कर दिया है. हेमंत सरकार का कहना है कि इस योजना से किसानों को मुआवजा नहीं मिल रहा है. रणधीर सिंह ने कहा कि पहले वर्ष जब कोई आपदा आई ही नहीं, जिससे किसानों की फसल को नुकसान हुआ हो, फिर बीमा का लाभ कैसे मिलेगा. हेमंत सोरेन झारखंड फसल बीमा योजना लेकर आई. इस योजना के तहत अब तक किसानों को एक भी रुपये का मुआवजा नहीं दिया गया. जबकि इस वर्ष राज्य में ओलावृष्टि और हाथियों के उत्पात से किसानों की फसल बर्बाद हुई. उन्होंने कहा कि सरकार ने पूरे पैसे को गटक लिया. बारिश से किसानो के घर गिरे मगर तब भी दो वर्षों में किसी एक को भी मुआवजा नहीं दिया गया है.
धान क्रय में 2500 से 3000 का वादा झूठा
सारठ विधायक रणधीर सिंह ने धान क्रय मामले पर भी सरकार को घेरा उन्होंने कहा कि झामुमो ने अपने घोषणा पत्र में 2500 रुपये धान क्रय करने का वादा किया था. वही कॉंग्रेस ने तो 3000 रुपये लिखा था. मगर अब जब सरकार में ये आ गए हैं तो अपने सभी वादे भूला कर धान की कीमत पर मिलने वाले बोनस को ही घटा दिया है. पहले धान का पैसा एक बार में किसान के खाते में भेजा जाता था, इस सरकार ने उसे भी दो राउन्ड में भेजने का प्रावधान लाया है, पहला किस्त एक सप्ताह में दूसरे का पता नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को परेशान करना चाहती है. दूसरे किस्त के लिए किसान सरकारी बाबुओं के पास चक्कर लगाएंगे और फिर उन्हे चढ़ावा देने के बाद पैसा रिलीज होगा. यही कारण है कि किसान अपना धान बाहर बेचने को मजबूर है.
केंद्र सरकार पूरा पैसा दे रही है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी राज्यों को एक समान पैसा देती है. हेमंत सोरेन झूठी लोकप्रियता के लिए कह रहे है कि केंद्र सरकार उन्हे पैसा नहीं दे रही है, जिससे वह कार्य नहीं कर पा रहे है. उन्होंने कहा कि सरकार पैसे को खर्च नहीं कर पा रही है और केंद्र पर झूठा आरोप लगा रहे है.
इरफान के बयान पर किया पलटवार
उन्होंने जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी के द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ दिए गए बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के बराबर का नेता पूरे विश्व में नहीं है. इरफान ऐसे ही बकते रहते है. उनके बयान से कुछ होने वाला नहीं है.
रिपोर्ट :समीर हुसैन, रांची
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