धनबाद(DHANBAD)  - बिजली के लिए 'द ग्रेट पॉलिटिकल ड्रामा' की शुरुआत धनबाद में हो गई है.  भाजपा विधायक राज सिन्हा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर 72 घंटे के धरने पर बैठ गए हैं.  उनका हौसला अफजाई करने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी धनबाद पहुंच रहे हैं. भाजपा  प्रदेश अध्यक्ष के प्रतिनिधि भी धनबाद आ रहे हैं.  बता दें कि बिजली संकट के खिलाफ विधायक ने 72 घंटे का धरना देने का ऐलान किया था, जिसकी शुरुआत हो गई है.  

राजनीति का केंद्र बना हुआ है धनबाद 

बिजली संकट को लेकर पूरे राज्य की राजनीति गर्म  है और धनबाद इसका केंद्र बना हुआ है.  धनबाद में 2 दिन पहले रामगढ़ चेंबर सहित अन्य जगहों के चेंबर पदाधिकारियों ने बैठक की थी और बिजली संकट से हो रही परेशानियों का जिक्र करते हुए सरकार को भला -बुरा कहा था.  बता दें कि बकाया वसूली के लिए डीवीसी  ने अपने कमांड एरिया में बिजली कटौती पिछले 5 नवंबर से शुरू की है.  पहले 50 परसेंट कटौती की लेकिन धीरे-धीरे कटौती का समय बढ़ता गया और अब तो स्थिति ऐसी हो गई है कि धनबाद के चारों फीडर से एक ही साथ बिजली बंद कर दी जा रही है. 

रोटेशन पर भी बिजली नहीं मिल रही

नतीजा है कि बिजली उपभोक्ताओं को रोटेशन पर भी बिजली नहीं मिल रही है. इधर कांग्रेस और जेएमएम के नेता भी कमर कसे  हुए है. वह केंद्र सरकार को कोस रहे है. उनका कहना है कि केंद्र सरकार का यह सब खेल है. बता दे कि फ़रवरी 2019 में डीवीसी का बकाया लगभग 53000 करोड़ था ,फिर  बकाया  घट कर फरवरी 2020 में लगभग 4955 करोड़ हुआ ,इधर नवंबर 2021 में यह बकाया पंहुचा 2173 करोड़. 

रिपोर्ट :अभिषेक कुमार सिंह ,ब्यूरो हेड ,धनबाद