गिरिडीह (GIRIDIH) - तप और साधना की भूमि सम्मेदशिखर गिरिडीह के मधुबन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तीन दिवसीय चिंतन शिविर में शामिल होने पहुंचे बेरमो विधायक अनूप सिंह ने द न्यूज पोस्ट से बातचीत के दौरान हेमंत सरकार के फैसले पर समर्थन जताते हुए कहा कि भोजपुरी और मगही कभी भी बोकारो और धनबाद के क्षेत्रीय भाषा में शामिल नहीं रहा. गलत विषयों को बढ़ावा देकर हेमंत सरकार को सिर्फ बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. जबकि हकीकत यह है कि मगही और भोजपुरी को अगर क्षेत्रीय भाषाओं की सूची से हटाकर हेमंत सरकार ने एक राजनीतिक दूरदर्शिता का उदाहरण पेश किया.

राज्य में भाषा विवाद की कोई जगह नहीं

अनूप सिंह ने बातचीत के दौरान कड़े शब्दों में कहा कि यह अधिकारियों ने गलती किया. उसका परिणाम रहा कि आज राज्य में यह विवाद बन चुका है. जबकि उनका मानना है कि भाषा विवाद की कोई जगह नहीं होना चाहिए. क्योंकि वो खुद ऐसे क्षेत्र से आते हैं, जहां भोजपुरी और मगही भाषी लोग रहते है. लेकिन कभी बोकारो और धनबाद में क्षेत्रीय भाषा की लिस्ट में नहीं रहा है. हालांकि विधायक ने हेमंत सरकार से हिंदी भाषा को प्राथमिकता देने की मांग किया. राजद के विरोध से जुड़े सवाल का जवाब देने से विधायक अनूप सिंह ने इंकार कर दिया. वैसे बातचीत के क्रम में बेरमो विधायक अनूप सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने जो वादे किए थे, उसे धरातल में कितना पारदर्शिता के साथ उतारा जाएगा. इसका चिंतन और मंनन इस तीन दिवसीय शिविर में किया जाएगा.

रिपोर्ट :  अभिषेक कुमार सिंह,  /  दिनेश कुमार, गिरिडीह