दुमका (DUMKA) : 1932 के खतियान आधारित स्थानीय व नियोजन नीति लागू करने की मांग को लेकर सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन जारी है. इस मुद्दे को लेकर सदन में अपनी ही सरकार के खिलाफ दहाड़ने वाले बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम सत्र समाप्त होते ही राजधानी से उपराजधानी दुमका पहुंचे. एसपी कॉलेज के समीप लोमाई हवेली में छात्र समन्वय समिति के सदस्यों के साथ बैठक की. बैठक में 1932 का खतियान लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन की रूपरेखा पर छात्रों से चर्चा की. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 5 अप्रैल से उनका आंदोलन शुरू होगा. 30 अप्रैल तक सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर 30 अप्रैल तक सरकार इसे लागू नहीं करती है तो 5 मई को झारखंड बंद किया जाएगा.
बगावत नहीं कर रहे हैं, सरकार को आईना दिखा रहे- लोबिन
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि हेमंत सोरेन उनके नेता नहीं है उनके नेता गुरु जी हैं. जिन्होंने उंगली पकड़कर राजनीति करना सिखाया है. लोबिन हेंब्रम ने कहा किस शिक्षा का स्तर हेमंत सोरेन का हमसे ज्यादा भले ही हो लेकिन राजनीतिक ज्ञान में अभी वह बहुत पीछे है. पार्टी में रहकर बगावत के सवाल पर उन्होंने कहा कि बगावत नहीं कर रहे हैं बल्कि सरकार को आईना दिखा रहे हैं. एक सवाल के जवाब में लोबिन हेंब्रम ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में झामुमो से टिकट मिले या ना मिले इसकी कोई परवाह नहीं है टिकट तो क्षेत्र की जनता देती है. जब उनसे पूछा गया कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव में वह बरहेट विधानसभा क्षेत्र से सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो उन्हें चुनौती देंगे वह उनके खिलाफ मैदान में उतरेंगे. उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में झामुमो ने 1932 का खतियान लागू करने की बात कही थी अगर इसे लागू नहीं करती है तो सरकार को जवाब देते नहीं बनेगा. लोबिन ने कहा इस मुद्दे पर पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन से भी उनकी बात हुई है और गुरु जी का हाथ उनके माथे पर है और उन्होंने इस मुद्दे पर डटे रहने का गुरु मंत्र दिया है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका
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