जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने 1932 के खतियान पर नियोजन नीति और पांच लाख नौकरियों पर सीएम हेमंत सोरेन के यू टर्न का स्वागत किया है और इसे हिम्मत भरा कदम बताया है. सरयू राय ने अन्य नेताओं को भी सलाह दी है कि वे अपने समर्थकों को खुश करने की राजनीति की बजाए कानून और संविधान के तहत ही हो पाने वाले कार्यों का वायदा करें. सरयू राय ने उम्मीद जताई है कि जब हेमंत सोरेन ने इतनी हिम्मत दिखाई है तो आगे ठोस स्थानीय और नियोजन नीति बनाने पर वे काम जरूर करेंगे. सरयू राय से द न्यूज़ पोस्ट की जमशेदपुर ब्यूरो हेड अन्नी अमृता ने खास बातचीत की. इस बातचीत में सरयू राय ने पूरे विस्तार से बताया कि कैसे स्थानीयता को लेकर बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल में गलतफहमी से विवाद फैल गया था और आज तक इस मसले पर राजनीति होती रही. लेकिन, समाधान नहीं निकला.

तीसरे मोर्चे पर कही ये बात

वहीं सरयू राय ने सुदेश महतो, कमलेश सिंह समेत पांच विधायकों के साथ मिलकर झारखंड जनतांत्रिक मोर्चा बनाने को लेकर भी विस्तार से बात की. क्या वे 'आप' के साथ तीसरे विकल्प की तैयारी में हैं? पिछले दिनों दिल्ली एयरपोर्ट पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ भेंट और इस नए मोर्चा के बीच क्या कोई खिचड़ी पक रही है? इन तमाम सवालों का सरयू राय ने यही जवाब दिया कि 'आप' का तो पता नहीं, लेकिन पांच विधायकों के साथ बना जनतांत्रिक मोर्चा कुछ कदम और बढ़ चले तो यह जनता का विकल्प बनेगा. यह कहकर सरयू राय ने आनेवाले दिनों की अपनी राजनीतिक पहल का ऐलान भी कर दिया. हालांकि, यह ऐलान इशारों में ही हुआ है.

रिपोर्ट: अन्नी अमृता, जमशेदपुर