पटना (PATNA) चुनाव प्रचार के लिए 22 अक्टूबर को बिहार आने का राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का फैसला अब टल गया है. उनके स्वास्थ्य का हवाला देते हुए राबड़ी देवी ने बयान जारी किया कि लालू प्रसाद अब चुनाव प्रचार में शरीक होने के लिए बिहार नहीं आ सकेंगे. राजनीतिक गलियारों में इस बयान की चर्चा उनके पुत्र मोह से जोड़ कर कीजा रही. माना जा रहा कि उपचुनाव में तेजस्वी यादव की महत्ता कम नहीं हो, इसलिए राजद सुप्रीमो की तरफ से यह निर्णय लिया गया है.

बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव है. सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद के परिवार का अनुमान है कि दोनों सीटों पर राजद प्रत्याशियों की स्थिति ठीक दिख रही है. इसलिए अभी अगर चुनाव प्रचार के लिए लालू प्रसाद आ गए तो तेजस्वी यादव का महत्व कम हो जाएगा. गर जीत होती है तो लालू प्रसाद को इसका श्रेय दिया जाएगा. शायद एक पिता के तौर पर राजद सुप्रीमो अपने बेटे से यही हिस्सेदारी नहीं चाहते.  यही कारण है कि चुनाव प्रचार के लिए लालू यादव के आने का फैसला टल गया. बता दें कि 25 अक्टूबर को कुशेश्वर स्थान में लालू प्रसाद को जनसभा संबोधित करनी थी. वहीं 27 अक्टूबर को तारापुर में भी उनका कार्यक्रम तय था.