टीएनपी डेस्क (Tnp Desk): मॉनसून की दस्तक के साथ ही सुरक्षाबलों का अभियान थमा नहीं है, बल्कि और तेज हो गया है. लगातार बड़े-बड़े नक्सली कमांडर और लीडर मारे जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को तो सफलता मिली ही. इस बार  छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की सीमा पर नक्सलियों के बीच बड़ा एनकाउंटर हुआ है, जिसमें तीन इनामी नक्सली ढेर हो गये. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ भंयकर हुए और सही इनपुट पर सुरक्षाबलों ने टारगेट को अंजाम दिया. इस एनकाउंटर में नक्सली कमांडर चलपति की पत्नी अरुणा भी मारी गई.. इसके साथ ही कुख्यात कमांडर गजरला रवि और अंजू का भी अंत हो गया. तीनों नक्सलियों पर 40 लाख रुपए से ज्यादा का इनाम था. ये तीनों नक्सली आंध्र प्रदेश के बताए जा रहे हैं. सीतापुर जिले के एसपी अमित बरदार ने नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ की पु्ष्टि की है. 

कुख्यात गजरला मारा गया  

दरअसल, यह एनकाउंटर छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले और आंध्र प्रदेश के सीतापुर जिले की सीमा पर हुआ. जहां फोर्स को नक्सलियों के को होने का इनपुट मिला था. जिसके बाद बिना देर किए तुरंत एक्शन लिया गया . इसके बाद फिर नक्सलियों के खिलाफ एनकाउंटर शुरू हुआ, जिसमें माओवादियों के तीन बड़े कमांडर ढेर हो गये. जिसकी तलाश लंबे अरसे से हो रही थी. इस खतनाक मुठभेड में बड़ी संख्या में हथियार भी सुरक्षाबलों ने बरामद किया है. घटना के बाद से ही अभी भी फोर्स अलर्ट फोड में इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन चला रही है. चुकी यह  छत्तीसगढ़-आंध्रप्रदेश सीमा का मामला है. लिहाजा दोनों तरफ के जवान इसे लेकर एक्शन मोड मं हैं.

आंध्र-छत्तीसगढ़ की सीमा पर एनकाउंटर

सुरक्षाबलों के लिए यह एनकाउंटर काफी विशेष था क्योंकि नक्सली कमांडर गजरला को फोर्स ने ढेर कर दिया. जिस पर लाखों रुपए का इनाम था, बताया जा रहा है कि गजरला ने ही 10 फरवरी 2012 में बीएसएफ टीम पर हमला किया था, जिसमें कई जवान मारे गए थे, इस दौरान नक्सलियों ने जवानों हथियार भी लूट लिए थे. छत्तीसगढ़ पुलिस लंबे समय से गजरला की तलाश में जुटी थी, इसके अलावा नक्सली कमांडर रहे चलपति की पत्नी अरुणा को भी इस एनकाउंटर में ढेर किया गया है. चलपति कुछ महीनों पहले ही छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर किया था. ऐसे में यह सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है. 

सुरक्षाबलों का लगातार अभियान जारी

गौरतलब है कि अगले साल मार्च तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने का टारगेट सरकार ने रखा है. इस अभियान में अभी तक बड़े नक्सली लीडर्स भी मार गये हैं. सुरक्षाबलों की तरफ से लगातार हो रहे एनकाउंटर में नक्सलियों को बैकफुट में धकेल दिया है. कुछ दिन पहले ही कमांडर सुधाकर उर्फ नर सिंहाचलम को ढेर किया गया था, जिस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम था, उसे नक्सलियों का शिक्षा विभाग का प्रमुख माना जाता था. जबकि इसके बाद ही नक्सली कमांडर भास्कर को भी मार गिराया गया था, जिसकी तलाश भी लंबे समय से सुरक्षाबलों को थी, इसके अलावा नक्सलियों के सबसे बड़े लीडर और जेनरल सेक्रेटरी बसवराजू का भी 21 मई को अबूझमाड़ के घने जंगलों में हुए एनकाउंटर में मार गिराया था. जो नक्सलियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी सफलता थी.