पटना(PATNA):बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमाई हुई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार पर जबरदस्त हमला बोला, उन्होंने दावा किया कि बिहार की वास्तविक सत्ता अब सरकार के पास नहीं, बल्कि कुछ अधिकारियों और सत्ता से जुड़े लोगों के पास है.

पढें तेजस्वी यादव ने क्या कहा

तेजस्वी ने कहा कि राज्य सचिवालय, मंत्रालय और आयोगों में “भूजा पार्टी” और उसके करीबी अधिकारी हावी है. उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रांसफर, पोस्टिंग और नियुक्तियों में खुला भ्रष्टाचार हो रहा है. एक वरिष्ठ अधिकारी डीके बोस को उन्होंने "सुपर सीएम" करार दिया और कहा कि वही अब सरकार चला रहे है.

परिवारवाद और जमाई आयोग का आरोप

तेजस्वी यादव ने राज्य में परिवारवाद के बढ़ते असर पर भी गंभीर सवाल उठाए उन्होंने कहा कि सरकार अब "जमाई आयोग" चला रही है, जहां नेताओं के दामादों और रिश्तेदारों को बिना योग्यता के नियुक्त किया जा रहा है.उन्होंने जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा पर आरोप लगाया कि उनकी दो बेटियों को सुप्रीम कोर्ट के पैनल में वकील नियुक्त किया गया, जबकि वे वकालत में सक्रिय नहीं है.

तेजस्वी ने सवाल उठाया कि जब योग्य वकीलों को वर्षों इंतजार करना पड़ता है, तब कैसे इन बेटियों को इतनी आसानी से जगह मिल गई?साथ ही, उन्होने आरोप लगाया कि डीके बोस की पत्नी को महिला आयोग में नियुक्त किया गया, लेकिन आवेदन में पति का नाम छिपाकर पिता का नाम दिया गया ताकि रिश्ते पर परदा डाला जा सके.

तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पाँच सीधे सवाल पूछे:

1. कितने अधिकारियों की पत्नियों को सरकारी नौकरी मिली है?

2. कितने अधिकारियों के बच्चे विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं?

3. कितने बच्चों की कंसल्टेंसी फर्में बिहार सरकार से जुड़ी हैं?

4. अधिकारियों ने जमीन और विदेशी संपत्ति में कितना निवेश किया है?

5. मुख्यमंत्री क्या इन सब बातों से अनजान हैं या जानबूझकर चुप है.तेजस्वी ने अंत में कहा अब चला चली की बेला है. मुख्यमंत्री अकेले पड़ गए हैं और भूजा पार्टी दोनों हाथों से खजाना लूट रही है.