रांची(RANCHI) : दिशोम गुरु शिबू सोरेन को अब भारत रत्न देने की मांग तेज हो गई है. झारखण्ड मुक्ति मोर्चा से लेकर अन्य दल के लोग गुरूजी को सम्मान देने की मांग राज्य और केंद्र सरकार से कर रहे है. झामुमो की ओर से केंद्र सरकार से भारत रत्न की मांग की जा रही है. वहीं भाजपा भी इसमें हामी भरते हुए प्रोसेस की बात कर रही है तो अन्य राजनीति दल भारत रत्न के साथ-साथ झारखण्ड सरकार से भी गुरूजी के सम्मान में स्मारक और सबसे ऊंचे पर्वत पर प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव कर सरकार से आग्रह करते दिखे है.
सबसे पहले बात सत्ता पक्ष की करें तो झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के साथ कांग्रेस के कई विधायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग कर रहे है. विधायक का मनना है कि शिबू सोरेन आदिवासी मूलवासी के लिए अपने पूरे जीवन को दे दिया है. हक़ और अधिकार की लड़ाई लड़ी है. जिस वजह से उन्हें भारत रत्न की घोषणा केंद्र सरकार को करने चाहिए. जिससे गुरूजी का सम्मान हो सके. उन्होंने हमेशा निचले स्तर के लोगों के विकास के लिए सोचा है. घर आंगन को त्याग दिया. ऐसे में पूरे झारखंड की भावना का ख्याल रख कर केंद्र सरकार को निर्णय लेने की जरूरत है.
वहीं भाजपा के विधायक का मानना है कि भारत रत्न के हक़दार दिशोम गुरु शिबू सोरेन है. केंद्र सरकार सही समय पर सही फैसला लेगी. इसपर राजनीती नहीं होनी चाहिए. भारत रत्न देने का भी एक प्रोसेस होता है. उसके तहत ही जो निर्णय होगा केंद्र सरकार लेगी. हमेशा आदिवासी के विकास के लिए ही भाजपा सोचती है, लेकिन उनपर राजनीति नहीं करती है. ऐसे में सभी को समय का इंतजार करने की जरूरत है.
इसके अलावा JLKM के विधायक जयराम महतो ने भारत रत्न की मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि गुरूजी हर सम्मान से ऊपर है. लेकिन भारत रत्न उन्हें मिलना चाहिए. साथ ही राज्य सरकार से मांग किया है कि राज्य में सबसे ऊंचा मुकाम रखने वाले शिबू सोरेन को पारसनाथ के पहाड़ी पर जगह देने की जरूरत है. शिबू सोरेन का ठिकाना आंदोलन के समय पहाड़ी पर ही था. ऐसे में उनकी प्रतिमा पारसनाथ में बनाने की जरूरत है. जब लोग झारखंड में सबसे ऊंची चोटी पर घूमने जाये और उस समय के क्रांति के योद्धा को देख कर समझे कि कैसे गुरूजी ने हक़ और अधिकार दिलाया है.
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