पाकुड़ (PAKUR) : पुलिस केंद्र सभागार, पाकुड़ में  69वीं प्रमंडलीय पुलिस ड्यूटी मीट की शुरुआत हुई. इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन संथाल परगना के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) अंबर लकड़ा, पाकुड़ की पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी और उपायुक्त मनीष कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.

इस महत्वपूर्ण ड्यूटी मीट में संथाल परगना प्रमंडल के पाकुड़, दुमका, साहिबगंज, जामताड़ा, गोड्डा और देवघर जिलों से आए निरीक्षक एवं इंस्पेक्टर स्तर के पुलिस पदाधिकारी भाग ले रहे हैं. कुल 12 टीमों के माध्यम से प्रतिभागी अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तकनीकी, वैज्ञानिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

प्रशिक्षण में शामिल विषय

पुलिस अधिकारियों को फॉरेंसिक जांच, साइबर एनालिसिस, फिंगरप्रिंट फोटोग्राफी, डॉग स्क्वायड ऑपरेशन समेत कई अहम पहलुओं पर केस आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है. रांची से आए विशेषज्ञ जैसे डॉ. चित्तोष पाल (एफएसएल), संतोष सुधाकर (फिंगरप्रिंट ब्यूरो), असित मोदी (आईटीएस), दिलीप कुमार महतो (फोटो ब्यूरो) एवं एतवा उरांव (डॉग स्क्वायड) इस ड्यूटी मीट को दिशा दे रहे हैं.

इस अवसर पर एसपी निधि द्विवेदी ने कहा,पुलिस ड्यूटी मीट न केवल कार्यकुशलता और दक्षता को बढ़ाता है, बल्कि जांच में भी नई गति प्रदान करता है. यह प्रयास पुलिसिंग को आधुनिक और वैज्ञानिक बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.

वहीं, डीआईजी अंबर लकड़ा ने कहा, ड्यूटी मीट के माध्यम से अनुसंधान प्रक्रिया को सुदृढ़ किया जा रहा है. ठोस साक्ष्य जुटाने की तकनीकों पर फोकस किया जा रहा है ताकि अपराधी को सजा दिलाने में कोई चूक न हो. राज्य स्तरीय मीट में जाने का अवसर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को मिलेगा.

प्रतियोगिता और समापन समारोह

19 जून को विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीम को राज्य स्तरीय पुलिस ड्यूटी मीट में भाग लेने का मौका मिलेगा. 20 जून को समापन समारोह में विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा.

यह आयोजन पुलिसिंग की नई परिभाषा गढ़ते हुए जांच, अनुसंधान और आपसी समन्वय के क्षेत्र में नई मिसाल कायम कर रहा है. पाकुड़ पुलिस के इस प्रयास की सराहना पूरे प्रमंडल में हो रही है.

रिपोर्ट-नंद किशोर मंडल