टीएनपी डेस्क (TNP DESK)  : हार्ड नंबर्स कहते हैं कि झारखंड ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में चौथा और सबसे बड़ा स्कोर बनाया. नागालैंड के खिलाफ अपने प्री-क्वार्टर फाइनल मैच की पहली पारी में 880 रन बनाए. इसके चेहरे पर, रनों का पहाड़ ईडन गार्डन की पिच को अनुकूल रोशनी में नहीं रखता है. हालांकि, स्कोरबोर्ड हमेशा सच्ची कहानी पेश नहीं करता है.

झारखंड की पारी के दौरान चौदह कैच छूटे, लाभार्थी-इन-चीफ कुमार कुशाग्र रहे. विकेटकीपर-बल्लेबाज ने 269 गेंदों में 266 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन उन्होंने अपने सर्वोच्च प्रथम श्रेणी स्कोर तक पहुंचने के लिए आकर्षक जीवन जिया. नागालैंड के लिए टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के लिए पिच काफी हरी-भरी थी. पहले दो घंटे तक उन्होंने अच्छी गेंदबाजी भी की. उसके बाद चीजें दक्षिण की ओर चली गईं. नागालैंड के अनुभवी अबू नेचिम और श्रीकांत मुंडे सीम अटैक में थे.उन्होंने विकेट के दोनों किनारों पर गेंदबाजी की, कई बाउंड्री गेंदों की पेशकश की और बिना विकेट लिए 18 ओवर में 106 रन दिए.

रिपोर्ट : अशु शुक्ला, रांची