टीएनपी डेस्क (TNP DESK) :  अमेरिका के न्यू जर्सी में एक पाकिस्तानी मालिक की दुकान पर परफ्यूम बेचने से लेकर आईपीएल 2022 ऑक्शन में 10.75 करोड़ रुपए में चुना जाना आरसीबी के तेज गेंदबाज हर्षल पटेल के लिए आसान नहीं था. इस दौरान उनके जीवन में कई कठिनाई आई, मगर, वे रुके नहीं.

अपने शुरुआती जीवन और करियर के बारे में हर्षल पटेल ने पहली बार विस्तार से बताया है. हर्षल स्पोर्ट्स के शो Breakfast with Champions में होस्ट गौरव कपूर से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने अमेरिका में अपना टीन एज लाइफ एक ब्लू-कॉलर वर्कर के रूप में काम करे हुए बिताया है. वे 17 साल की उम्र में USA अपने माता-पिता के साथ चले गए थे. उन दिनों को याद करते हुए वे थोड़े भावुक भी हो गए जब उनके पिता हफ्ते के 7 दिनों में से साढ़े 6 दिन काम किया करते थे. 

इंग्लिश भाषा समझने में उन्हें हुई बहुत परेशानी

उन्होंने कहा कि “मैं न्यू जर्सी के एलिजाबेथ में इस पाकिस्तानी मालिक के परफ्यूम स्टोर में काम करता था. मैं अंग्रेजी का एक शब्द भी नहीं बोल सकता था क्योंकि मैंने अपनी पूरी पढ़ाई गुजराती में की थी.  यह भाषा के साथ मेरा पहला encounter था. और वह भी ऐसी भाषा के साथ जिसमें बहुत सारे slang थे. क्योंकि वह पूरा क्षेत्र मुख्य रूप से latino और अफ्रीकी अमेरिकी dominant था. फिर मैंने उनकी तरह की अंग्रेजी सीखी, गैंगस्टर अंग्रेजी. वे शुक्रवार को 100 डॉलर की पर्फ्यूम की बोतलें आकर खरीदते थे और सोमवार को वे वापस आकर कहते थे, 'अरे यार मैंने अभी-अभी एक-दो बार स्प्रे किया है और मैं इसे वापस करना चाहता हूं. यह एक नियमित घटना थी. यह मेरे लिए बहुत अच्छा अनुभव था क्योंकि मैंने सीखा कि ब्लू कॉलर जॉब वास्तव में क्या है. मेरी चाची और चाचा अपने ऑफिस जाते हुए मुझे रास्ते में छोड़ देते थे. इसलिए सुबह 7 बजे ही मैं दुकान पहुंच जाता था, मगर, दुकान सुबह 9 बजे खुलती थी. दो घंटे मैं एलिजाबेथ रेलवे स्टेशन पर बैठा करता था. 12-13 घंटे काम करने पर मुझे एक दिन में 35 डॉलर मिलते थे. 

इसके बाद हर्षल ने जूनियर क्रिकेट खेला और वह ज्यादातर बच्चों से इस खेल में काफी तेज थे. उनकी प्रतिभा का उनके माता-पिता को भी एहसास हो गया और उन्होंने हर्षल को वापस गुजरात में रहने भेज दिया. हर्षल ने आगे कहा कि मैं जूनियर क्रिकेट खेलता था. मैं अपनी उम्र के हिसाब से थोड़ा तेज था. मैं सुबह 7 बजे से करीब 10 बजे तक अभ्यास करने मोटेरा जाता था.

कई फ्रेंचाइजी ने नीलामी में बोली लगाने का दिया था भरोसा

उन्होंने अपने आईपीएल कैरियर के बारे में बताया कि कैसे उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि नीलामी में उनके लिए बोली लगाई जाएगी. मगर, हुआ कुछ भी नहीं. उन्होंने कहा कि "यह पैसे के बारे में नहीं है, मैं बस खेलना चाहता था. यह 2018 की नीलामी थी. विडंबना यह थी कि अलग-अलग फ्रेंचाइजी के कम से कम तीन या चार लोग थे जिन्होंने कहा कि हम आपके लिए बोली लगाने जा रहे हैं. लेकिन किसी ने मेरे लिए बोली नहीं लगाई. मुझे लगा जैसे यह एक विश्वासघात था. मैं इन विचारों के चक्रव्यूह में था. जब आपने बहुत मेहनत की हो, आपने खेल को बहुत कुछ दिया हो, आपने अपने लिए जो इमेज बना रखी हो, इस सब के बारे में जानना, उसे महसूस करना और उसे इनकार ना करना बेहद जरूरी है.  

2022 की नीलामी की बात करते हुए हर्षल ने बताया कि "मैं कमरे में था और मुझे विराट कोहली का एक मैसेज आया, उस मैसेज में लिखा था 'लॉटरी जीतने पर बधाई'. मैंने कहा 'हां भाई, लॉटरी जीत ली. उन्होंने कहा कि वेल डिज़र्व्ड. ये मैसेज बहुत आनंद दायक था. हर्षल पटेल आरसीबी के प्रमुख तेज गेंदबाज हैं और वे लगातार अपने प्रदर्शन से आरसीबी को तो जीत दिला ही रहे हैं. बल्कि, भारतीय टीम के लिए भी अपनी जगह पक्का करने में जुटे हुए हैं.