पूर्णिया(PURNIYA):बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था किसी से छुपी नहीं है आए दिन इसकी बदहाली की तस्वीर सोशल मीडिया या समाचार के जारीये देखने को मिलती है, जिसे देखकर काफी ज्यादा अफसोस होता है कि कितना समय बदल गया लेकिन बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीर आज भी नहीं बदली है.ताज़ा मामला बिहार के पूर्णिया जिले से सामने आया है जहां युवक की मौत के बाद जब उसे अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिली तो फिर बाइक से ही उसकी लाश को ले जाया गया.
पढ़े कहाँ का है पूरा मामला
आपको बतायें कि ये पूरा मामला पूर्णिया जिले के जलालगढ़ पीएससी की है जहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और सिस्टम पर सवाल खडे कर रहे है.दरअसल पीपरपाती नया टोला वार्ड नंबर 14 के विकास कुमार की मौत जलालगढ़ पीएससी में इलाज के दौरान हो गई. परिजन के द्वारा शव को बाइक पर ले जाना पड़ा.इस बाबत पूर्णिया के सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि अस्पताल से शव ले जाने के लिए शव वाहन का उपयोग किया जाता है मगर मृतक के परिजनों द्वारा आनन फानन में बिना शव के पोस्टमार्टम के ही लेकर चला गया , जबकि जिला में दो मोर्चरी वाहन है. अगर परिजनों के द्वारा मांग किया जाता तो जरूर वाहन उपलब्ध कराया जाता लेकिन किस मजबूरी में परिजनों को शव बाइक पर ले जाना पड़ा इसकी जांच की जाएगी, और दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.
8 साल पहले भी आया था ऐसा ही मामला
दरअसल आज से 8 साल पहले पूर्णिया सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से एक बेटा ने पिता की लाश को बाइक पर ढोया था और उस वक्त भी स्वास्थ्य विभाग के सिस्टम पर सवाल खड़े हुए थे लेकिन 8 वर्ष गुजरने के बाद भी सिस्टम आज भी वही है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.
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