टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : तिकड़मबाजी, चालबाजी और जालसाजी की दुनिया ही अजब-गजब होती है. सरकारी पैसो को गड़प करने पर भी नजर बनीं रहती है, ताकि कैसे पैसा मुफ्त में डकार लिया जाए. झारखंड के धनबाद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि मृतक के खाते में जा रही थी. यानि जिनकी मृत्यी हो गयी है और जो इस दुनिया में नहीं हैं. उनके बैंक अकाउंट में भी सरकारी पैसा जा रहा था. इतना ही नहीं कई अयोग्य लोग भी किसान बनकर इस योजना के पैसे को हजम कर रहे थे.

जब इसका राज खुला और जब अफसरों ने जांच की तब मालूम पड़ा कि किस तरह का गड़बड़झाला चल रहा है. दरअसल, बलियापुर क्षेत्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की राशि मृतकों के खाते में जाने के मामले की जांच के लिए जिला स्तरीय टीम बलियापुर पहुंची. इसकी अगुवाई धनबाद के अपर समाहर्ता विनोद कुमार कर रहे थे. टीम के मेंबर्स ने मामले की जांच-पड़ताल के लिए कई गांव का दौरा किया औऱ मृतक लाभुकों का सत्यापन किया.

सत्यापन के ये भी बात सामने आई कि मौत के बाद भी लाभुकों को पीएम सम्मान योजना की राशि मिल रही थी, लेकिन मौत के बाद राशि की निकासी उनके खाते से नहीं की गई है. हालांकि सबसे पहले इसे लेकर यह कदम उठाया गया कि सभी मृतकों के खाते की जांच कर खाते से निकासी पर रोक लगाई गई है.

इसके साथ ही ये भी देखा जाएगा कि आखिर लाभुक की मृत्यु के बाद कितनी राशि उनके खाते में गई. फिर उस राशि को वापस सरकार के खाते में कैसे ट्रांसफर किया जाए. इस जांच का मुख्य मकसद ये था कि यदि मृतक के खाते में गई राशि को किसी व्यक्ति द्वारा या उनके स्वजन द्वारा निकाला गया है तो यह आपराधिक मामला बनेगा और इस पर आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

जांच टीम की पहली प्राथमिकता यही है कि मृतक के खाते को होल्ड कर दिया जाए ताकि कोई भी पैसे की निकासी आगे नहीं कर सके. इसके बाद इस पैसे को सरकार को ही वापस किया जाए. इसके साथ ही जो अयोग्य लाभुक थे औऱ जिन्होने मुफ्त में ही पीएम किसान योजना का पैसा उठाकर खुद को चालाक समझ रहे थे. उनसे वसूली और आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अयोग्य लाभुकों से प्रशासन वसूली प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दिया है. जल्द ही अन्य अयोग्य लाभुकों को चिन्हित करके आगे वसूली प्रक्रिया की जाएगी.

गौरतलब है कि यह मामला तब प्रकाश में आया जब बलियापुर के अंचलाधिकारी ने एक सर्वे कराया, जिसमे बलियापुर क्षेत्र से लगभग डेढ़ सौ मृत औऱ करीब डेढ़ सौ अयोग्य लाभुको को चिन्हित किया गया था, जिन पर कार्रवाई की जा रही है.

प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की राशि मृतक के खाते में जाने को लेकर तमाम तरह की चर्चाए हो रही है. इसके साथ ही उन लोगों ने भी सरकारी पैसे को हड़पा जो झूठमूठ का किसान पैसा लेने के लिए बन गये थे.

धनबाद जिला प्रशासन ने इसे लेकर कमर कस लिया है और जिन लोगों ने भी गड़बड़ी की है. उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि योग्य व्यक्ति को ही पीएम किसान योजना का पैसा मिले.

आपको बता दें सरकार की तरफ से देश के किसानों को हर साल आर्थिक मदद देने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना चलाई गई है. इस योजना का फायदा देश के करोड़ों किसान उठा रहे हैं, खासकर वो किसान जो कम आमदनी में अपनी खेती कर रहे हैं. सरकार ने इन गरीब किसानों के लिए ही यह योजना चलायी है. जिसके तहत हर साल किसानों को 6000 रुपये की मदद देती है, जो 2000 रुपये की तीन किस्तों में मिलती है. अभी तक मोदी सरकार ने 19 किस्ते दे चुकी है.

रिपोर्ट-शिवपूजन सिंह