टीएनपी डेस्क(TNP DESK):बिहार सरकार की ओर से शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई तरह के कदम उठाए जाते हैं, जिस पर शिक्षा विभाग भी सजग नजर रहती है, लेकिन इसके अलावा भी बिहार की शिक्षा व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है, जहां बिहार की अलग-अलग जिलों से आए दिन फर्जी शिक्षकों का मामला सामने आता रहता है, वहीं एक बार फिर बिहार के बांका जिले से 10 शिक्षक फर्जी शिक्षक निगरानी विभाग की रडार पर है जिनकी नौकरी एक सप्ताह के अंदर जा सकती है.

कई आरोपियों की डिग्रियां पूरी तरह से फर्जी है

दअरसल बिहार के बांका जिले में फर्जी शिक्षकों के खिलाफ निगरानी विभाग की कार्यवाई तेज हो गई है, जहां जांच में 10 शिक्षक फर्जी पाए गए है, जिनकी डिग्रियां पूरी तरह से फर्जी हैं जांच में पाया गया है कि इन शिक्षकों के अंक पत्र में नंबर बढ़ाए गए हैं तो किसी का इंटरमीडिएट प्रमाण पत्र सवालों के घेरे में है.अब इन सभी फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की फिर से जांच की जा रही है ताकि मामले की खुलासा हो सके.

अगले सप्ताह तक सभी शिक्षकों की नौकरी जा सकती है

आपको बतायें कि निगरानी ब्यूरो ने शिक्षा विभाग से इन सभी 10 फर्जी शिक्षकों की मैट्रिक इंटर और ग्रेजुएशन के सर्टिफिकेट की मांग की, जिसके बाद शिक्षा विभाग में निगरानी विभाग को सभी ओरापियों के प्रमाण पत्र की फोटोकॉपी दे ही है, यदि जांच में गड़बड़ी पाई गई, तो संभावना है कि अगले सप्ताह तक सभी शिक्षकों की नौकरी जा सकती है.

कार्रवाई के बाद सभी फर्जी शिक्षकों में हड़कंप

वहीं विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद सभी फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है. आनेवाले दिनों में और भी फर्जी शिक्षकों के मामले का खुलासा हो सकता है.निगरानी विभाग के इस कार्रवाई  के बाद कई फर्जी शिक्षक फरार हो चुके है. जिसमे बांका जिले के धोरैया, चंदन और बेलहर थाना क्षेत्र के रहनेवाले फर्जी शिक्षकों शामिल है.वही शिक्षा विभाग की ओर से इनकी सेवा को समाप्त कर दिया गया है.सुत्रों के माने तो अब तक जांच में तीन से चार शिक्षकों के प्रमाण पत्र पूरी तारीख से फर्जी पाए गए हैं उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और लेकिन इनके नाम को गुप्त रखा गया है ताकि यह फरार ना हो जाए और पुलिस की जांच में कोई बाधा उत्पन्न ना हो.