TNP DESK- चंपारण की धरती ने एक बार फिर कला के जरिए संवेदना और सम्मान की मिसाल कायम की है. अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने बिहार के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर अपनी अनूठी शैली में श्रद्धांजलि दी है. मधुरेंद्र ने एक महज 3 सेंटीमीटर आकार वाले पीपल के हरे पत्ते पर मलिक की तस्वीर उकेरकर "RIP सत्यपाल मलिक" लिखते हुए उन्हें स्मरण किया.

इस अद्भुत कलाकृति को बनाने में उन्हें करीब तीन घंटे की कड़ी मेहनत करनी पड़ी. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और देशभर से इसे सराहना मिल रही है. बिहार के मुख्यमंत्री से लेकर कई नामचीन राजनेताओं, शिक्षाविदों और समाजसेवियों ने भी मधुरेंद्र की इस कलात्मक श्रद्धांजलि को साझा करते हुए पूर्व राज्यपाल के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है.

मधुरेंद्र बोले – “लोकतंत्र के योद्धा थे मलिक साहब”

सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने कहा, “पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में देश को सच्चाई से रूबरू कराने का प्रयास किया. उन्होंने आखिरी वक्त में भी कहा था – ‘मैं रहूं या न रहूं, पर देश को सच्चाई बताना चाहता हूं.’ वे किसानों के हितैषी, लोकतंत्र के प्रहरी और निर्भीक वक्ता थे. उनकी यही भावना मेरी इस श्रद्धांजलि का मूल आधार बनी.”

मधुरेंद्र, जो पहले भी झारखंड के दिशोम गुरुजी सिबू सोरेन की श्रद्धांजलि कलाकृति बनाकर चर्चा में रह चुके हैं. समाज में सकारात्मक संदेश देने वाली कलाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हैं.सत्यपाल मलिक – एक संक्षिप्त परिचय

सत्यपाल मलिक के बारे में जानिए

सत्यपाल मलिक का जन्म 24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में हुआ था. उन्होंने भारतीय राजनीति में भारतीय क्रांति दल, जनता दल, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अंततः भाजपा जैसे विभिन्न दलों में योगदान दिया. वे 1980 से 1989 तक राज्यसभा सदस्य और 1989 में अलीगढ़ से लोकसभा सांसद रहे.  उन्होंने 30 सितंबर 2017 को बिहार के राज्यपाल पद की शपथ ली, बाद में जम्मू-कश्मीर (2018) और मेघालय (2020) के राज्यपाल भी बने. वे हाल के वर्षों में अपनी स्पष्टवादी टिप्पणियों और किसानों के समर्थन को लेकर चर्चा में थे. मंगलवार दोपहर उन्होंने नई दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे काफी समय से किडनी संबंधी बीमारी से पीड़ित थे और कई बार ICU में भर्ती रहे.