चतरा (CHATRA): चतरा के गिद्धौर थाना क्षेत्र के द्वारी गांव में बलबल नदी पर निर्माणाधीन पुल के कार्य स्थल से मुंशी धर्मेंद्र गुप्ता का अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल के निर्देश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) नेअपहरण कांड का पर्दाफाश कर चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. टीम ने इनके पास से 9.05 लाख रुपये नकद, हथियार, तीन बाइक, आठ मोबाइल और लूटे गए सामान भी बरामद किए हैं.

यह घटना 31 मई की रात की है, जब अज्ञात अपराधियों ने निर्माण स्थल पर मजदूरों के साथ मारपीट कर मुंशी का अपहरण कर लिया था. घटना के दौरान अपराधियों ने मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और सीसीटीवी डीवीआर भी लूट ली और फरार हो गए. एसपी सुमित अग्रवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिमरिया शुभम खंडेलवाल (आईपीएस) के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. टीम ने तकनीकी जांच के सहारे अपहरण की साजिश का भंडाफोड़ करते हुए चार कुख्यात अपराधियों रामेश्वर कुमार उर्फ ​​रमाकांत, दीपक यादव, राजन यादव उर्फ ​​टार्जन और सुभान अंसारी को गिरफ्तार कर लिया. इनमें से दो अपराधियों पर विभिन्न जिलों के कई थानों में हत्या, लूट, अपहरण, आर्म्स एक्ट समेत कई संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं.

एसपी अग्रवाल ने रविवार की देर शाम समाहरणालय स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक देसी पिस्तौल, दो कारतूस, योजना से संबंधित डायरी, मोबाइल, बाइक समेत अन्य सामान बरामद किया गया है. उन्होंने सभी व्यवसायियों और ठेकेदारों से अपील की कि किसी भी तरह की धमकी या रंगदारी मिलने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें. उन्होंने कहा कि चतरा पुलिस अपराध के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है. फरार अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है और उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. इस सफल कार्रवाई में एसआईटी के साथ डीएसपी वसीम रजा, इंस्पेक्टर अनिल उरांव, थाना प्रभारी कुमार गौतम, अनुसंधानकर्ता अशोक पांडेय और तकनीकी शाखा की टीम भी शामिल थी.

रिपोर्ट- संजीत मिश्रा