टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : बीते दिनों प्रकाश में आए स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती का मामले में दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. दिल्ली के वसंत कुंज स्थित के एक कॉलेज में 32 छात्राओं के यौन शोषण के आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को आगरा से गिरफ्तार कर लिया गया है. दिल्ली पुलिस ने स्वामी चैतन्यानंद को बीते रविवार सुबह करीब 3 बजे आगरा के एक होटल से पकड़ा है. इस मामले में तीन अन्य महिलाओं का भी नाम सामने आया है. छात्राओं ने आरोप लगाया है कि ये तीन महिलाएं भी स्वामी चैतन्यानंद के साथ मिली हुई थी.
क्या है पूरा मामला
दरअसल मामला छत्राओं से जुड़ा है, जहां आरोप है कि आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पार्थ सारथी ने ईडब्ल्यूएस छात्रवृत्ति के तहत पीजीडीएम कोर्स कर रही महिला छात्रों के साथ अपशब्दों का प्रयोग किया और अश्लील WhatsApp/SMS संदेश भेजे. इतना ही नहीं बल्कि चैतन्यानंद ने छात्राओं से शारीरिक संपर्क बनाने की भी कोशिश की है.
मामले को लेकर चार अगस्त दो हजार पच्चीस को श्री श्रृंगेरी मठ के प्रशासक पी.ए. मुरली ने थाने में आरोपी के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि संस्थान की कुछ महिला शिक्षिकाएँ और प्रशासनिक अधिकारी आरोपी की अवैध मांगों को पूरा करने के लिए छात्राओं पर दबाव डालते थे, जिससे छात्राओं को मानसिक और शारीरिक शोषण का सामना करना पड़ता था.

जांच के दौरान पुलिस ने संस्थान के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. फिलहाल आरोपी फरार था, लेकिन पुलिस ने SRISIIM संस्थान से एनवीआर और हार्ड डिस्क जब्त कर उन्हें फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में भेज दिया. धारा 183 बीएनएसएस के तहत बत्तीस पीड़ित छात्राओं के बयान माननीय जेएमएफसी, पटियाला हाउस कोर्ट में दर्ज किए गए.
इसी बीच, छात्राओं द्वारा लगाए गए आरोप सामने आने के बाद स्वामी चैतन्यानंद दिल्ली से भाग गया था. वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था ताकि पुलिस उसे पकड़ न सके. पुलिस को उसकी आखिरी लोकेशन आगरा में मिली और आज सुबह उसे वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था, लेकिन इंटरनेट का इस्तेमाल करता रहा. पुलिस ने तकनीकी निगरानी और एक गुप्त सूचना के आधार पर उसे दबोचने में सफलता पाई.
कौन है चैतन्यानंद सरस्वती
ओडिशा मूल के स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती का असली नाम डॉ. पार्थसारथी था. वह खुद को संत बताता था और करीब बारह वर्षों से आश्रम में रह रहा था. यह पहली बार नहीं है जब चैतन्यानंद पर यौन शोषण के आरोप लगे हों. इससे पहले भी उसके खिलाफ इस तरह के गंभीर आरोप सामने आ चुके हैं.
2009 में भी दर्ज हुआ था केस
बताया गया कि साल 2009 में उनके खिलाफ धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था. बाद में 2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज किया था.

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