देवघर(DEOGHAR)- भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय अंतर्गत कार्य करने वाले हस्तशिल्प निदेशालय द्वारा पूरे देश में अम्बेडकर हस्तशिल्प विकास योजना संचालित की जा रही है. इसके तहत हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए छोटे और खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत कारीगरों को अपने उत्पाद के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है. इसी के तहत निदेशालय द्वारा देवघर में संतालपरगना के कारीगरों को इसका लाभ उठाने और उन्हें ऐसे प्लेटफॉर्म से जोड़ कर इसके जरिये अपने बनाये सामान को बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक कार्यशाला आयोजित की गई.
हस्तशिल्प कारीगरों को e मार्केट के जरिये मिले लाभ
कार्यशाला में पूरे संतालपरगना के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में हस्तशिल्प कारीगरों ने भाग लिया. मौके पर देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने देवघर मार्ट से जोड़ कर ऐसे हस्तशिल्प कारीगरों द्वारा बनाये जा रहे उत्पाद को e मार्केट के जरिये लाभ दिलाने की बात कही. उपायुक्त ने कहा कि ऐसे कारीगरों के लिए देवघर में पहले से ही देवघर मार्ट संचालित हो रहा है. जिसके माध्यम से इनके प्रोडक्ट को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जा सकता है. देवघर में कार्यरत वस्त्र मंत्रालय के हस्तशिल्प निदेशालय द्वारा ऐसे कारीगरों या कारीगरों के समूह को निबंधित कर इन्हें मदद पहुंचाने की बात कही गई.
देवघर एयरपोर्ट पर भी हस्तशिल्प को कर सकते प्रदर्शित
कार्यशाला में मौजूद देवघर एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढींगरा ने कहा कि देवघर एयरपोर्ट पर भी इनके बनाये सामानों को प्रदर्शित किया जा सकता है. जिससे यहां पहुंचने वाले यात्री इस क्षेत्र की हस्तशिल्प उत्पाद से परिचित हो सकेंगे. इसके साथ ही इन स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित सामानों की खरीद भी कर सकेंगे. इस तरह के आयोजन से स्थानीय हस्तशिल्प कारीगर भी काफी खुश नज़र आये.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर
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