टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : कल यानि की 11 जुलाई से भगवान शिव को समर्पित माह श्रावण/सावन की शुरूआत हो रही है. इस पवित्र माह में न सिर्फ भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है बल्कि सावन के महीने में हरे रंग का भी खूब महत्व है. साथ ही इस महीने में विशेष पूजा और सोमवार की खास है. इस महीने में युवतियाँ और शादीशुदा महिलाएँ पूरे माह हरे रंग की चूड़ियां पहनती हैं. पर क्या आप जानते हैं इस हरे रंग के पीछे का राज़ ?
क्यों पहनते हैं हरे रंग की चूड़ियां:
दरअसल भारत में महिलाओं के लिए चूड़ियां सुहाग का प्रतीक माना गया है. साथ ही हरी चूड़ियां सौभाग्य और खुशहाली का रंग माना गया है. ऐसे में हरे रंग का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल मन की शांति और तनाव को कम करने के लिए भी किया जाता है. साथ ही यह रंग वातावरण से भी जुड़ा हुआ है. सावन के महीने में झमाझम बारिश होती है और हर जगह हरियाली होती है इसलिए हरे रंग की चूड़ियां और कपड़े पहने जाते हैं. साथ ही हरा रंग भगवान शिव को भी अतिप्रिय है इसलिए उन्हें प्रसन्न करने के लिए भी इस रंग का इस्तेमाल होता है.
इसके अलावा आध्यात्मिक दृष्टिकोण से हरा रंग बुध ग्रह से संबंध रखता है और यह बुद्धिमत्ता, संवाद क्षमता और संतुलन का प्रतीक है. सावन में हरा रंग पहनने से बुध ग्रह मज़बूत होता है और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है.
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