TNP DESK- चंपाई सरकार के द्वारा ताबड़तोड़ कैबिनेट की बैठक को असंवैधानिक करार देते हुए भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने सवाल दागा है कि यदि कैबिनेट बैठक की इतनी ही जल्दबाजी और बेचैनी है तो सीएम चंपाई कम से कम अपने मंत्रियों को विभाग की जिम्मेवारी तो सौंप दें, ताकि उनके द्वारा औपचारिक रुप से अपने दायित्वों का निर्वहन करने की शुरुआत हो जाय, लेकिन हालत तो यह है कि मंत्रियों को ही अपने विभागों की जानकारी नहीं है, और इधर सीएम चंपाई ताबड़तोड़ फैसले करते जा रहे हैं. अभी शपथ ग्रहण के 15 दिन भी नहीं पूरे हुए है, और दो- दो कैबिनेट की बैठक हो चुकी है, और तीसरी बैठक 15 तारीख को किये जाने की घोषणा भी कर दी गयी है, मंत्रिमंडल विस्तार के पहले तीन-तीन कैबिनट की बैठक अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है। आखिर चंपाई सोरेन को अपने मंत्रिमंडल मेंविस्तार में किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है, यदि चंपाई सरकार इसी दिशा में बढ़ती रही तो इसका भी हस्र भी हेमंत सरकार का होने वाला है. 

विधायकों के चेहरे पर हेमंत का जेल जाने का दर्द नहीं

इसके साथ ही भानु प्रताप ने यह दावा भी किया कि पूर्व सीएम हेमंत को जेल जाने का दर्द आज किसी भी विधायक के चेहरे नहीं दिख रहा, सारे के सारे विधायक जश्न के माहौल में हैं, और यह जश्न आज की नहीं है, जिस दिन इन विधायकों को हैदराबाद भेजा जा रहा था, उस दिन भी इनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं था, सारे विधायकों में सजने की होड़ लगी थी. वहीं राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोक्ता के क्रियाकलापों पर सवाल खड़ा करते हुए भानु प्रताप ने कहा कि एक ओर उनके मुखिया हेमंत सोरेन ईडी की सवालों में उलझे हुए हैं, तो दूसरी ओर सत्यानंद भोक्ता इन सारे फिक्र से दूर हवाई जहाज उड़ाने में मस्त है, नाच गान का आनन्द लिया जा रहा है, लगता ही नहीं कि उनके दिल में कोई गम है. वह तो हवाखोरी में मस्त हैं. 

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