Ranchi-प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो लेकर राजधानी में रांची में सुरक्षा की अभूतपूर्व व्यवस्था की गई है, राज्य पुलिस के साथ ही अर्धसैनिक बल और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसिया पूरी तरह चौकस है. चप्पे चप्पे की जांच की जा रही है. यहां बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी कल रात करीबन आठ बजे के आसपास बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे और उसके बाद रोड शो की शुरुआत हो जायेगी. एयरपोर्ट से शुरु होकर यह रोड शो कर्पूरी ठाकुर चौक, हिनू चौक, हरमू चौक, सहजानंद चौक, एलपीएन शाहदेव चौक, रणधीर वर्मा चौक होते हुए राजभवन पहुंचेगा. इस बीच चौक चौराहों पर सांस्कृतिक दल की मौजूदगी भी रहेगी, प्रधानमंत्री मोदी के उपर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जायेगा.
सरना धर्म कोड की मांग को खारिज कर बाबूलाल ने आदिवासी समाज को दिया बड़ा झटका
लेकिन पीएम मोदी का इस रोड शो के ठीक पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आदिवासी समाज की बहु प्रतीक्षित मांग सरना धर्म कोड को खारिज कर एक नये विवाद की शुरुआत कर दी है, बाबूलाल ने सरना धर्म कोड की मांग को खारिज करते हुए कहा है कि इस तरह की मांग चलती रहती है. बाबूलाल के इस बयान को आदिवासी समाज के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि इस बयान के बाद आदिवासी सामाजिक समूहों के द्वारा विरोध की शुरुआत हो सकती है. इसके साथ ही बाबूलाल ने भाजपा से आदिवासी समाज का मोहभंग होने के दावों को भी खारिज किया है, उन्होंने कहा कि अभी मैं आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ की यात्रा कर लौट रहा है, और इस बात को दावे के साथ कह सकता हूं कि वहां आदिवासी समाज एकजुट होकर भाजपा के साथ खड़ी है, और भाजपा की सरकार बनने वाली है. उन्होंने दावा किया कि आदिवासी समाज भाजपा के कितना दूर है, इसकी झलक आपको परसों खूंटी में देखने को मिल जायेगी, पूरा आदिवासी समाज उस दिन प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में खड़ा दिखलायी देगा.
अपने अपने छतों से टार्च जलाकर करे पीएम मोदी का स्वागत
इस बीच भाजपा सांसद संजय सेठ ने पीएम मोदी के रोड शो के दौरान राजधानी वासियों को अपने अपने छतों से टार्च जलाकर स्वागत करने का आह्वान किया है, संजय सेठ ने कहा कि यह राजधानी वासियों के लिए सौभाग्य की बात है कि भैया दूज के दिन हम सबके भैया का रांची आगवन हो रहा है, उस क्षण को यादगार बनाने के लिए आप सब अपने अपने छतों से उनका भव्य स्वागत करना चाहिए. ध्यान रहे कि 15 नवम्बर की सुबह पीएम मोदी राजधानी स्थित जेल चौक पर भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्धान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्राहलय में भगवान बिरसा को पुष्पाजंलि अर्पित करेंगे. इसके बाद वह हेलिकॉप्टर से भगवान बिरसा की जन्म स्थली खूंटी जिले का उलिहातू गांव के लिए निकल जायेंगें. जहां वह बिरसा कॉलेज में एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे और इसके ठीक बाद वह उलिहातू स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे.
खूंटी स्टेडियम से होगी कई योजनाओं की शुरुआत
15 नवम्बर को खूंटी से ही पीएम मोदी विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरि झंडी दिखलाकर रवाना करेंगे. इसके साथ ही पीवीटीजी मिशन और पोर्टल लांच पर शॉर्ट फिल्म की प्रदर्शनी और विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास होगा. 12.30 के आसपास वह वापस रांची के लिए उड़ान भरेगें और वहां से दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे. यहां बता दें कि वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी की यह झारखंड यात्रा विशुद्ध सरकारी है, बावजूद इसके भाजपा इस यात्रा के बहाने आदिवासी समाज के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करने की कवायद में जुटी नजर आ रही है. उसकी कोशिश पीएम मोदी की छवि को सामने रखकर मतदाताओं और खासकर आदिवासी मतदाताओं को अपने अपने पाले में लाने की है. इसी रणनीति के तहत वह जनजातीय गौरव दिवस को अपनी उपलब्धि के बतौर पेश करना चाहती है, उसका दावा है कि आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने बिरसा मुंडा को उनके जन्म दिन पर उनके गांव जाकर इस प्रकार का सम्मान नहीं दिया, जो सम्मान प्रधानमंत्री मोदी दे रहे हैं. बाबूलाल का दावा है कि 15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस पर खूंटी में करीबन पांच लोकसभा और 29 विधान सभाओं से लोगों का जुटान होगा, और इसमें सबसे बड़ी संख्या आदिवासी मतदाताओं की होगी.
सीएम हेमंत के आदिवासी-मूलवासी कार्ड का जवाब है पीएम मोदी की यह यात्रा!
ध्यान रहे कि सीएम हेमंत ने जिस तरीके से एक के बाद आदिवासी मूलवासी कार्ड खेला है. वह चाहे पिछड़ों का आरक्षण विस्तार हो या खतियान आधारित स्थानीयता नीति और नियोजन नीति, सरना धर्म कोड हो या निजी क्षेत्र की सभी नौकरियों में स्थानीय निवासियों के लिए 75 फीसदी का आरक्षण, उसके बाद भाजपा लगातार बैक फूट पर दिख रही है. हालांकि इसमें से कई विधेयक अभी भी राजभवन में ही पड़े हुए हैं, राजभवन की ओर से अब तक इस पर अपनी संस्तूति प्रदान नहीं दी गयी है. जिसको लेकर हेमंत सरकार पहले ही मोर्चा खोले हुए है.
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