रांची(RANCHI):  केन्द्रीय परिवहन मंत्री देश में सड़क और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में दुनिया को पीछे छोड़ रहे है. विदेश के तर्ज पर नैशनल हाईवे के बाद अब विदेश के जैसा पब्लिक ट्रांसपोर्ट करने पर जोर दिया है. सबसे पहले नागपुर में फ्लैश चार्जिंग बस का सपना देखा. जो देश का पहला प्रोजेक्ट है. लेकिन अब झारखंड की राजधानी रांची को भी सौगात मिलने वाली है.  रांची में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर करने के लिए केन्द्रीय मंत्री ने घोषणा की है. फ्लैश बस की शुरुआत से रांची कितनी बदल जाएगी और आम नागरिक को कितना फायदा होगा इस खबर में आगे बात करेंगे.

सबसे पहले यह जान लेते हैं कि आखिर फ्लैश चार्जिंग बस क्या है? यह बस अन्य बस से कितना अलग है

अगर सामान्य बस की बात करें तो फ्लैश चार्जिंग बस इससे कई मायनों में बेहद खास है.बैठने की क्षमता से लेकर किराया दोनों में अंतर है. अगर आपका किराया एक सामान्य बस में 100 रुपया लगता है तो फ्लैश चार्ज बस में 60 रुपया ही होगा. यानि सीधे 40 रुपये का फायदा आम यात्री को होगा. इसके अलावा जिस तरह से फ्लाइट में आपको सेवा मिलती है, चाय कॉफी वह सब भी इस बस में मौजूद रहेगा. इसके साथ ही एक साथ 120 यात्री के बैठने की व्यवस्था रहेगी.

अन्य चार्जिंग बस और फ्लैश चार्जिंग बस दोनों में अंतर क्या है

अगर देखे तो सामान्य ई बस में बैठने के लिए 35 से 40 सीट होती है. साथ ही जगह कम होता है.लेकिन इस बस में 130 लोग एक साथ बैठेंगे. सीट के साथ सामान्य ई बस से व्यवस्था भी अलग होगी.

अब चार्जिंग की बात करें तो ई बस को चार्ज होने में कम से कम 4 घंटे लगते है. जिसमें वह 100 किलो मीटर की यात्रा करेगी. जबकि फ्लैश बस को अलग से चार्जिंग की जरूरत नहीं है. जिस स्टॉप पर वह पाँच मिनट रुकेगी. उसी जगह 5 मिनट में ही चार्ज पूरा हो जाएगा.

अब किराये की बात

अगर आप रातू रोड से पंडरा जाते है तो आपको  ऑटो का किराया 20 रुपया लग जाएगा. लेकिन अगर फ्लैश बस में यात्रा करेंगे इसमें 10 से 12 रुपया ही लगेगा. साथ ही बस फुल ऐसी रहेगी. कहीं से भी धूल और धुआ नहीं रहेगा. इसके साथ इस बस में चाय कॉफी,चॉकलेट के साथ कोल्डड्रिंक की भी व्यवस्था रहेगी. जिसे आप सामान्य दाम में खरीद सकेंगे.

नितिन गडकरी ने की घोषणा

रांची दौरे पर आए केन्द्रीय परिवहन मंत्री ने बताया कि नागपुर में फ्लैश बस के प्रोजेक्ट की आधारसिला रखी गई है. इस प्रोजेक्ट के शुरुआत के बाद इसे दूसरे चरण में रांची का चयन किया जाएगा. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में एक मिल का पत्थर साबित होगा.इस बस की शुरुआत के बाद हर कोई महसूस करेगा की भारत कैसे आगे बढ़ रहा है.