धनबाद(DHANBAD): अब तक कहा तो यही जाता है कि झारखंड के बड़े भाई बिहार में तबका  चाहे कोई भी हो, राजनीतिक चर्चा और राजनीतिक समझ रखने वालों की कमी नहीं रहती.  हर राजनितिक गतिविधियों को यहां के लोग अपने मिजाज से सोचते है.बिहार के कई सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार फिलहाल चुनौती बने दिख रहे है. दो सीटों पर तो राजद से नाराज उम्मीदवार खेल बिगाड़ने को तैयार दिख रहे है तो एक सीट पर भाजपा से नाराज. पावर स्टार पवन सिंह और पप्पू यादव की केवल बिहार ही नहीं ,बिहार के बाहर भी खूब चर्चा है.   पूर्णिया सीट पर क्या पप्पू यादव राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद  यादव पर भारी पड़ रहे हैं,लोग यह भी सवाल कर  रहे है.  यह सवाल इसलिए कर रहे है कि  कांग्रेस में शामिल होने के बावजूद पप्पू यादव को पूर्णिया से इंडिया ब्लॉक टिकट नहीं दिया. लेकिन उनकी सक्रियता में कोई कमी नहीं आई है.  

तीन सीटों की बिहार के बाहर भी हो रही है चर्चा 

वैसे बिहार के तीन लोकसभा सीट अभी पूरी तरह से चर्चा में है.  पूर्णिया, सीवान  और काराकाट, इन तीनों सीटों पर निर्दलीय खेल बिगाड़ने को तैयार है.  कोई किसी से समझौता करने को तैयार नहीं है.  बिहार में चुनाव की तपिस  बढ़ गई है. गर्मी   ने राजनीतिक दलों के पसीने छुड़ाने शुरू कर दिए है.  एनडीए हो या इंडिया ब्लॉक, निर्दलीय सबका  खेल बिगाड़ने  के लिए तैयार है.  बिहार के कई सीटों पर बागी मजबूती से डटे हुए हैं और खेल बिगाड़ने  की पूरी तैयारी कर रखी है.  बिहार की राजनीति में पूर्णिया लोकसभा सीट की अभी सबसे अधिक चर्चा है.  चर्चा के केंद्र में है  पप्पू यादव.  पप्पू यादव कहते हैं कि उनके साथ खेला  हो गया.  पहले कहा जा रहा था कि लालू यादव ने ऐसा दांव खेला है कि  पप्पू यादव पस्त  हो गए है. लेकिन अभी दांव  उल्टा दिख रहा है.  पप्पू यादव ने पूर्णिया से निर्दलीय ताल ठोक दिया है.  उन्हें समर्थन भी मिल रहा है.  पप्पू यादव लालू प्रसाद पर हमलावर है.  कह  रहे हैं कि उनकी राजनीतिक हत्या की साजिश की गई है.  पप्पू यादव राहुल गांधी का नाम लेना नहीं भूल रहे है.  वह कह रहे हैं कि राहुल गांधी के हाथ को मजबूत करने के लिए वह चुनाव में है. 

चल रहा है "खेल" बिगाड़ने का खेल  
 
जो भी हो लेकिन पूर्णिया में खेल बनाने  और बिगाड़ने  का "खेल" खूब चल रहा है.  सीवान  लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां भी इंडिया ब्लॉक के लिए अच्छी खबर नहीं है.  सीवान  से दिवंगत पूर्व  सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.  कहा तो यह भी जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय शहाबुद्दीन परिवार के साथ है.  सीवान  का "खेल" कहीं  इंडिया ब्लॉक का खेल बिगाड़ नहीं दे, इस पर अभी से चर्चा होने लगी है.  इधर, बिहार के आरा से टिकट पाने को  में बैठे भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने काराकाट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.  इस घोषणा से एनडीए के लिए मुश्किलें खड़ी होती दिख रही है.  आरा से टिकट नहीं मिलने के बाद पावर स्टार ने  काराकाट के मैदान में निर्दलीय उतरने की घोषणा कर दी है.  काराकाट से एनडीए के सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे है.  अगर पवन सिंह सवर्णो  को साधने में कामयाब हो जाते हैं तो चुनाव का परिणाम कुछ भी हो सकता है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो