TNP DESK: मोतिहारी के रक्सौल में जनसुराज के कार्यक्रम के दौरान उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब जनसुराज नेता और यूट्यूबर मनीष कश्यप का एक स्थानीय यूट्यूबर से सवाल-जवाब के दौरान विवाद हो गया. बात इतनी बढ़ गई कि मामला बहस से होते हुए धक्का-मुक्की तक पहुंच गया.
पूरा मामला रक्सौल के कोईरिया टोला नहर चौक का है, जहां त्रिवेणी कैनाल पर बने डायवर्शन पुल के बह जाने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है. इस समस्या के समाधान की मांग को लेकर जनसुराज नेत्री पूर्णिमा भारती आमरण अनशन पर बैठी हैं. सोमवार को अनशन के तीसरे दिन मनीष कश्यप समर्थन देने पहुंचे थे.
कार्यक्रम स्थल पर जैसे ही मनीष कश्यप ने मीडिया को संबोधित करना शुरू किया, एक स्थानीय यूट्यूबर ने जनसुराज सूत्रधार प्रशांत किशोर के पुराने बयान पर सवाल पूछ लिया. इस पर मनीष कश्यप भड़क गए और तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहने लगे – "पैसे लेकर सवाल पूछने आए हो क्या? तरीका किसका गलत है?" इस दौरान बार-बार उंगली दिखाते हुए वह सवाल करने वाले यूट्यूबर पर बरसते रहे. कुछ ही क्षणों में यह नोकझोंक धक्का-मुक्की में बदल गई। वहां मौजूद भीड़ में अफरा-तफरी मच गई. नेत्री पूर्णिमा भारती ने हाथ उठाकर सबको शांत कराने की कोशिश की, लेकिन हंगामा थमने में वक्त लगा. बाद में स्थानीय लोगों और आयोजकों के हस्तक्षेप से मामला शांत कराया गया.
यह सारा विवाद उस त्रिवेणी कैनाल पर बने डायवर्शन पुल के बह जाने के बाद उपजा है, जो बाल्मीकिनगर बैराज से पानी छोड़े जाने के दौरान तेज धार में बह गया. पुल के ध्वस्त हो जाने से रक्सौल का मुख्य सड़क संपर्क टूट गया है. लोग दो फीट के अस्थायी संकरे रास्ते से आवागमन को मजबूर हैं, जहां कई बाइक सवार गिरकर घायल हो चुके हैं.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुराने पुल के जर्जर होने के बावजूद नया पुल वर्षों से अधूरा पड़ा है, जिससे साफ तौर पर संवेदक और जिला प्रशासन की लापरवाही उजागर होती है. चुनाव नजदीक आते देख अब इस मुद्दे पर राजनीति भी गरमाने लगी है. हर दल और नेता मौके का फायदा उठाकर क्रेडिट लेने की कोशिश में लगे हैं.
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