पटना(PATNA): राजधानी पटना के साइबर थाना से 27 मई को फरार हुए साइबर अपराधी हरि ओम का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है. घटना को 13 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद भी फरार आरोपी तक पहुंचने में कोई सफलता नहीं मिली है. ऐसे में यह मामला अब कानून व्यवस्था और पुलिसिया तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
अस्थायी केबिन बनी फरारी की वजह
जानकारी के अनुसार, हरि ओम को पटना के दनियावां थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया था और पूछताछ के लिए साइबर थाने को सौंपा था, लेकिन साइबर थाना परिसर में स्थायी हाजत की व्यवस्था नहीं होने के कारण उसे अस्थायी रूप से फ्लाई बोर्ड से बने एक केबिन में रखा गया था. यह केबिन करीब 8 फीट ऊंचा था और ऊपर की ओर लगभग 3 फीट खुला भी था. इसी खुली जगह का फायदा उठाकर हरि ओम वहां से कूद गया और फरार हो गया. हालांकि फरारी के वक्त थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ने की कोशिश जरूर की थी, लेकिन वह चकमा देकर भागने में सफल रहा. ऐसे में इस लापरवाही ने साइबर थाना की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है.
लापरवाही पर एसएसपी की सख्ती
इस गंभीर चूक को लेकर पटना एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए साइबर थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है. साथ ही बताया जा रहा है कि जल्द ही वहां एक नए थाना प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी. इसके अलावा थाने में तैनात अन्य लापरवाह पुलिसकर्मियों की भी जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही गई है.
अब भी जारी है अपराधी की तलाश, पर पुलिस के खाली हैं हाथ
फरारी के 13 दिन बाद भी पुलिस आरोपी को पकड़ने में नाकाम रही है. हालांकि अधिकारी लगातार यह दावा कर रहे हैं कि हरि ओम की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी, लेकिन अब तक की कार्रवाई नाकाम साबित हुई है. यह घटना न सिर्फ पुलिस के ऑपरेशन सिस्टम की खामियों को उजागर करती है, बल्कि थानों में बुनियादी सुविधाओं की कमी को भी सामने लाती है.
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