धनबाद(DHANBAD): धनबाद पहुंची विश्वस्त जानकारी के अनुसार बोकारो विधायक श्वेता सिंह निर्धारित तिथि 16 जून को चास एसडीओ के समक्ष हाजिर नहीं हुई. उनकी तरफ से एक बंद लिफाफा एसडीओ कार्यालय पहुंचा.

इस लिफाफे में जो भी जानकारी मांगी गई थी, वह देने का दावा किया गया है. बोकारो विधायक ने अपना पक्ष लिखित रूप से दी है. बता दे कि शिकायतकर्ता पूर्व विधायक विरंची नारायण और बोकारो की विधायक श्वेता सिंह को चास एसडीओ ने 3 जून को अपना पक्ष रखने का समय दिया था .

3 जून को पूर्व विधायक तो उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा. साथ में पूरक शिकायत पत्र भी दिया था. लेकिन बोकारो विधायक की तरफ से उनके प्रतिनिधि ने एसडीओ से मुलाकात कर समय की मांग की थी. उसके बाद बोकारो विधायक को 16 जून का समय निर्धारित किया गया था. इसके मुताबिक 16 जून को बोकारो विधायक को एसडीओ ऑफिस पहुंचकर अपनी बात रखनी थी. लेकिन वह स्वयं हाजिर नहीं हुई और उनकी ओर से एक बंद लिफाफा एसडीओ कार्यालय पहुंचा. बताया गया है कि इस लिफाफे में, जो जानकारी मांगी गई थी उसे उपलब्ध करा दिया गया है.  

श्वेता सिंह पर एक से अधिक वोटर आईडी कार्ड रखने, एक से अधिक पैन कार्ड रखने, बोकारो स्टील लिमिटेड द्वारा उन्हें आवंटित आवास का भाड़ा बकाया रखने और इसकी जानकारी शपथ पत्र में छुपाने का आरोप लगाया गया है. वैसे बोकारो विधायक का दावा है कि उन्होंने कोई भी गलत काम नहीं किया है और जब-जब सक्षम पदाधिकारी द्वारा जानकारी मांगी जाएगी ,वह उपलब्ध करा देगी. दूसरी ओर उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी इस मामले को लेकर लगातार सक्रिय हैं. 2024 के विधानसभा चुनाव में श्वेता सिंह ने विरंची नारायण को पराजित किया. उसके बाद से दोनों में राजनीतिक प्रतिद्वंदिता तेज हो गई है.

रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो