रांची(RANCHI): भाकपा माओवादी ने फिर से एक बार बंदी का आह्वान किया है.  दक्षिणी जोनल कमेटी की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 10 जुलाई 2024 को एक दिवसीय कोल्हान प्रमंडल को बंद करने का आह्वान किया गया है.  हालांकि इस विज्ञप्ति की पुष्टि द न्यूज़ पोस्ट नहीं करता है. विज्ञप्ति में दिया गया है कि “ऑपरेशन कगार के तहत झारखंड पुलिस और अर्द्ध सैनिक बल के द्वारा कोल्हान में ऑपरेशन क्लीन अभियान चलाया जा रहा है.इस अभियान में 6 साथियों की हत्या और नरसंहार आरोप लगाया है”.

विज्ञप्ति में लिखा गया है कि 23 में 2024 को नवादा गांव के पास जंगल में बुधराम सहित तीन लोगों के  साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में  बुधराम के पैर में गोली लगी और घायल हो गए. घायल बुधराम के साथ  पुलिस ने बर्बरता की.  साथ ही इस  विज्ञप्ति के जरिए दावा किया गया है कि बुधराम को पुलिस के द्वारा  सर पर गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया है.

विज्ञप्ति में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी टिप्पणी की गई है. साफ तौर पर लिखा है कि जब से केंद्र में मोदी की सरकार आई है.  तब से क्रांतिकारी आंदोलन को कुचल डालने की कोशिश की जा रही है.  माओवादियों ने दावा किया गया है कि कोल्हान प्रमंडल के जंगल में रहने वाले आदिवासी मूलवासी जनता के ऊपर एक अघोषित युद्ध थोपा गया.  पूरे वन क्षेत्र को युद्ध क्षेत्र में तब्दील कर दिया गया.  हर गांव में एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी में अर्ध सैनिक बलों के कैंप को बनाया गया.  जिससे यहां रहने वाले लोगों की जिंदगी नर्क में तब्दील हो  गई. भारत पाकिस्तान के बॉर्डर पर की जाने वाली गोलीबारी कोल्हान के जंगलों में की जा रही है.