टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : कुख्यात भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर और दस लाख का इनामी महाराजा प्रमाणिक ने अपने AK 47 के साथ शुक्रवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. रांची प्रक्षेत्र के आईजी पंकज कंबोज के ऑफिस में प्रमाणिक ने दोपहर करीब डेढ़ बजे सरेंडर किया.
तीन महीने से था पुलिस के साथ
बता दें कि महाराज प्रमाणिक करीब तीन महीने से झारखंड पुलिस के साथ ही था. सूत्रों के हवाले मिली जानकारी के अनुसार उसकी निशानदेही पर ही हाल में झारखंड पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ कई कार्रवाई की. 21 जनवरी को विधिवत रूप से उसने सरेंडर किया. बताया जाता है कि कई वर्षों से सीनियर पुलिस अफसर उसके परिजनों को समझा कर उस पर सरेंडर का दवाब बना रहे थे.
आतंक का वीभत्स नाम
पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी और सरायकेला में प्रमाणिक आतंक का नाम था. उसने अपने दस्ते के साथ दर्जन भर से अधिक बड़ी वारदातों को अंजाम दिया था. नक्सली बनने के बाद सबसे पहली जो वारदात की थी वह सीआरपीएफ के जवानों पर हमला था. कांग्रेस पार्टी के चांडिल प्रखंड अध्यक्ष की हत्या भी महाराज प्रमाणिक ने ही की थी. कई बार उसका सामना पुलिस से हुआ, पर हर बार किसी ना किसी तरह मुठभेड़ में बच निकलता. महाराज प्रमाणिक को एक करोड़ के इनामी अनिल दस्ते का सबसे हार्ड कोर नक्सली माना जाता. उम्मीद जतायी जा रही है कि इसके सरेंडर से पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला व खूंटी एरिया के माओवादियों के हौसले पस्त होंगे.
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