रांची(RANCHI)अफ़्रीकी देशों में फंसे गिरिडीह और हज़ारीबाग जिले के 33 मजदूरों ने फिर से झारखण्ड सरकार और केंद्र सरकार से वीडियो के माध्यम से अपील कर अपनी समस्या को फिर से साझा किया है.भारतीय दूतावास के साथ इकरार किया गया था की पांच दिनों के अंदर वेतन उनके भारतीय खाता में डाल दिया जायेगा,और डेढ़ महीने के वेतन के पैसे से ही टिकट बनाये जायेंगे.रविवार को पांच दिन पुरे होने के बाद भी अभी तक न वेतन मिले और नहीं टिकट मुहैया कराई गयी. अब मजदूरों के पास खाने के भी पैसे नहीं बचे हैं.फंसे मजदूरों ने  झारखण्ड सरकार और केंद्र सरकार से अपील किया है की उनकी समस्या को गंभीरता से लिया जाये.

दोनों पक्षों के बिच हुआ था समझौता 

उक्त जानकारी प्रवासी मजदूरों के हित में काम करनेवाले स्थानीय सिकंदर अली ने साझा की है.मजदूरों की वापसी में फिर गतिरोध शुरू हो गया है.सरकार को मजदूरों की परेशानी पर फिर से ध्यान देना चाहिए.18  जनवरी को माली  मजदूरों और कम्पनी की बैठक हुई थी.बैठक में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ था.कम्पनी ने मजदूरों को बकाया वेतन देने पर सहमति जताई थी. 

राज्य के मजदूर कहीं भी रहें उनकी सुरक्षा के लिए राज्य सरकार तत्पर है:श्रम मंत्री 

बता दें की झारखण्ड के श्रम मंत्री ने राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को निर्देश देकर मजदूरों की घर वापसी को लेकर आवश्यक पहल की थी,और कहा था की राज्य के मजदूर कहीं भी रहें उनकी सुरक्षा राज्य सरकार तत्पर है.इसके अलावे अन्य कई मंत्रियों ने भी ट्वीट कर मजदूरों की घर वापसी के लिए आवश्यक पहल करने की मांग की थी.

 


रिपोर्ट:रंजना कुमारी (रांची ब्यूरो )