रांची (RANCHI) : विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत हंगामेदार रही. राज्य में मॉब लिंचिंग और बढ़ती हत्याओं के खिलाफ बीजेपी विधायक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए. वे लगातार सरकार से मॉब लिंचिंग में मारे गए रूपेश पांडे और संजू प्रधान के परिवार वालों को न्याय देने की मांग कर रहे हैं. बीजेपी की ओर से जहां सरकार को इस मुद्दे पर घेरा जा रहा है तो वहीं झामुमो विधायक भी बीजेपी को जवाब देने में लगे हुए हैं.
भाजपा ने लगाया सरकार पर क्रिमिनलों को सह देने का आरोप
इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कांके से भाजपा विधायक समरी लाल ने कहा कि जब से हेमंत सोरेन की सरकार बनी है, तब से राज्य में आतंक का माहौल बन चुका है. संथाल परगना हो, कोल्हान हो, दक्षिणी छोटानागपुर हो या कोई भी जिला हो, हर जगह हत्याएं हो रही है. हाल ही में रूपेश पांडे की हत्या हुई. पलामू में हत्या हुई. कोल्हान में सागर की हत्या हुई. खलारी में मुकेश सोनी की हत्या हुई. वहां प्रशासन के पदाधिकारी ही क्रिमिनलों को सह देते थे और कोयला चोरी का काम कराते थे और हथियार सप्लाइ का भी काम करते थे. उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में समाज को तोड़ने वाले क्रिमिनल लोगों का जमावड़ा यहां लगा हुआ है.
तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है बीजेपी : JMM
बीजेपी के लगातार आरोपों के बाद गिरिडीह से झामुमो विधायक सुदीव्य सोनू ने कहा कि मॉब लिंचिंग के विधेयक का सदन में सबसे ज्यादा विरोध भाजपा ने ही किया था. ये सभी जानते हैं. भाजपा को इस कानून से आखिर क्या भय था? उन्हें लगता था कि मॉब लिंचिंग से सबसे ज्यादा कठिनाई उन्हें ही होगी. उन्होंने आगे कहा कि बाबूलाल मरांडी ने महामहिम के समक्ष जाकर इस बिल को सहमति ना देने का अनुरोध किया था. बीते दिनों भाजपा के विधायक और सांसदों का एक शिष्ट मण्डल राज्यपाल से मिला था लेकिन उन्होंने मॉब लिंचिंग के सवाल पर कोई चर्चा नहीं की. उन्होंने कहा कि भाजपा को किसी की हत्या से कोई लेना देना नहीं है, वो सिर्फ धार्मिक आधार पर तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची
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