पलामू(PALAMU): ज़िला के हैदरनगर प्रखंड अंतर्गत परता पंचायत के परता गाँव निवासी रामअवतार पांडेय, विनय कुमार मिश्रा सहित कई  ग्रामीणों का प्रधानमंत्री आवास प्लस योजना के तहत 2019 की सूची में नाम अंकित है. किंतु सूची से कई गरीबों के नाम को मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और प्रखंड के बाबुओं ने हटा दिया. परिणामस्वरूप गरीब टूटे  फूटे मकान में रहने को विवश है.


 एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देकर उन्हें पक्के मकान में रहने की योजना चला रही है. असल गरीबों को आवास योजना से वंचित कर दिया जा रहा है. क्योंकि असल गरीब मुखिया और प्रखंड के बाबुओं को मोटी रकम दे पाने में सक्षम नहीं है.परता गाँव निवासी बुजुर्ग रामअवतार पांडेय काफी दिनों से टूटे हुए मकान में रहने को विवश हैं. उनकी पत्नी भी काफी दिनों से कमर टूट जाने के कारण बेड पर पड़ी हैं. वह चल भी नहीं पाती है.रामावतार पांडेय अपनी पत्नी का इलाज कराए या बाबुओं को आवास योजना के लिए मोटी रकम दे.  


उन्होंने कहा कि कई बार मुखिया सहित प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाया. किंतु उन्हें अबतक आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका.इसे लेकर परता पंचायत के पूर्व मुखिया सह कांग्रेसी नेता गुप्तेश्वर पांडेय के माध्यम से कांग्रेस पार्टी के झारखंड प्रभारी  अविनाश पांडेय को आवेदन देकर आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की.गुप्तेश्वर पांडेय ने हैदरनगर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में दिए गए आवास की जांच कराने व दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की मांग भी की है. झारखंड प्रभारी को गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा दिये गए आवेदन पर संज्ञान लेते हुए यथाशीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.

उन्होंने कहा है कि पलामू प्रमंडलीय सम्मेलन के दौरान दिए गए आवेदन पर वह पलामू उपायुक्त, उपविकास आयुक्त से बात करेंगे. गुप्तेश्वर पांडेय ने वर्तमान मुखिया के छः वर्ष के कार्यकाल में हुए अवैध वसूली से संबंधित जांच कर अविलंब वंचित गरीबों को आवास का लाभ देने की मांग की है.उन्होंने कहा है कि हैदरनगर प्रखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार की फाइल तैयार की जा रही है.

वह पूरे साक्ष्य के साथ ग्रामीण विकास मंत्री से मिलकर हैदरनगर में वर्ष 2020- 2021 की सभी योजनाओं की जांच उच्च स्तरीय अधिकारियों से कराने की मांग करेंगे.रामावतार पांडेय के कच्चे जीर्ण शीर्ण मकान की मरम्मत कारसेवा से कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता करने में जुटे हैं. गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि ऐसी समस्या सिर्फ परता में ही नहीं है.हैदरनगर पश्चिमी, पूर्वी, बभन्डी, इमामनागर बरेवा, मोकहर कला, चौकड़ी, बिलासपुर, बडण्डा पंचायतों में भी है. कुछ लोग प्लास्टिक लगाकर तो कुछ दूसरे के बरामदे में जीवन बिता रहे हैं. उन्हें आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है.जबतक जांच नहीं होती है, तब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होगी.