गढ़वा (GADHWA) : झारखंड  के गढ़वा में बुधवार की सुबह जब बच्चे स्कूल पहुंचे तो अजीब सा माहौल रहा. कई स्कूलों के कैंपस में सुबह की प्रार्थना में खड़े बच्चे एक के बाद एक कर गिरने लगे. कोई चक्कर आने की शिकायत कर रहा था तो कोई उल्टी दस्त से परेशान था. दरअसल गढ़वा इन दिनों तप रहा है. 42 डिग्री की गर्मी बड़ों के होश उड़ा रही तो बच्चों का हाल सहज समझा जा सकता. इसी का असर बुधवार को भी स्कूलों में दिखा. कई स्कूलों में प्रार्थना के लिए खड़े बच्चे एक के बाद कर गिरने लगे.  कुछ बच्चे बेहोश हुए तो कई बेहाल. कैंपस में जहां यह हाल देख कर दूसरे बच्चे सहमे, वहीं अभिभावक सूचना पाते ही दौड़ते-हांफते अपने बच्चों का हाल जानने पहुंचे.

ये बच्चे हुए बीमार

गढ़वा जिले के कई स्कूलों से बच्चों के बीमार होने की खबर लगातार आ रही है. केतार प्रखंड की ही बात करें तो तपती गर्मी और लू की वजह से अलग अलग स्कूलों के आठ बच्चों के बेहोश होने की खबर है. नवाडीह के प्राथमिक विद्यालय में अचानक कुछ बच्चों की तबियत बिगड़ गई. बच्चे उल्टी करने लगे, कुछ दस्त के शिकार हुए. कई बच्चों ने चक्कर आने की शिकायत की. इस स्कूल की तीन बच्चियों  सुषमा, यशोदा और पिंकी बेहोश होकर गिर पड़ीं. वहीं केतार के मध्य विद्यालय में तीन स्टूडेंट्स हिमांशु, सुप्रिया और रितिका बेहोश हो गए. कध्वन के उत्क्रमित मध्य विद्यालय की एक स्टूडेंट और गुरुर के प्राथमिक विद्यालय की तीन छात्राएं भी बेहोश हो गईं.

आनन फानन में दौड़ते-हांफते पहुंचे गार्जियन

घटना की जानकारी मिलने पर बच्चों के अभिभावक आनन फानन में कैंपस पहुंचे. बीमार बच्चों को उनके साथ घर भेजा गया. एक अभिभावक ने कहा कि इतनी गर्मी में प्रार्थना, पीटी जैसी गतिविधियां बंद होनी चाहिए. वहीं कई अभिभावकों ने समय बदलने की भी मांग की.